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यादगार बनेगा दिल्ली रेल मंडल का 150 वर्षो का सफर

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली रेल मंडल ने अपने 150 वर्ष के सफर को यादगार बनाने का फैसला किया है औ

By Edited By: Published: Thu, 07 May 2015 09:34 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2015 09:34 PM (IST)

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली रेल मंडल ने अपने 150 वर्ष के सफर को यादगार बनाने का फैसला किया है और इसकी शुरुआत बृहस्पतिवार को 60 वें रेल सप्ताह कार्यक्रम से की गई। कार्यक्रम में दिल्ली रेल मंडल के सफर पर डाक विभाग के माध्यम से विशेष आकार व डिजाइन का लिफाफा जारी किया गया है। इस पर दिल्ली में रेल के इतिहास व विकास को चित्रित किया गया है। लिफाफे को मुख्य महाडाकपाल वासुमित्र की उपस्थिति में जारी किया गया। लिफाफे पर दिल्ली में पहुंचने वाली पहली ट्रेन से लेकर डबल डेकर ट्रेन तक की तस्वीरें बनी हुई हैं। इसके साथ दिल्ली रेल मंडल की ओर से इस पूरे वर्ष कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें स्टीम इंजन की यात्रा भी शामिल है। रेलवे स्टेशनों व पुरानी इमारतों की दशा भी सुधारी जाएगी।

स्टेट एंट्री रोड क्लब में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक अरुण अरोड़ा ने सराहनीय कार्य करने वाले मंडल के 225 रेलकर्मियों व पांच वरिष्ठतम पेंशनधारियों को सम्मानित किया। इनमें से 15 कर्मचारियों को दिल्ली मंडल का सितारा सम्मान तथा 11 को समूह पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में दिल्ली मंडल के सफर के साक्षी रहे 90 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनधारक भी पहुंचे थे।

1864 में पहुंची थी पहली ट्रेन

दिल्ली में पहली बार 1 अगस्त, 1864 को ट्रेन पहुंची थी। यह ट्रेन हावड़ा से चलकर गाजियाबाद के रास्ते पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची थी। पहले यहीं से रेल परिचालन होता था। 1926 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन बना। इस समय पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रोजाना लगभग दो सौ ट्रेनों का परिचालन होता है। वहीं, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लगभग पांच सौ ट्रेनों का परिचालन होता है।

जगमगाएंगे रेलवे स्टेशन

रेलवे स्टेशनों और अन्य रेलवे परिसरों को चमकाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन, डीआरएम कार्यालय सहित अन्य प्रमुख रेलवे इमारतों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। वहीं, पुरानी इमारतों को संरक्षित करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।

भाप इंजन का ले सकेंगे आनंद

भाप इंजन अब गुजरे जमाने की बात हो गई है। नई पीढ़ी इस इंजन के बारे में जान सके, इसके लिए दिल्ली मंडल ने 1 अगस्त को सफदरजंग से पुरानी दिल्ली के बीच भाप इंजन से एक विशेष ट्रेन चलाने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली मंडल ने रेवाड़ी में एक शेड बनाया है जहां देश भर से लाकर भाप इंजनों को संरक्षित किया जा रहा है।


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