सीबीसीएस विरोध के बाद ईसी में पास
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लेकर का
By Edited By: Updated: Thu, 28 May 2015 10:59 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लेकर कार्यकारी समिति (ईसी) की बैठक में काफी हंगामा हुआ। बृहस्पतिवार को जैसे ही ईसी की बैठक शुरू हुई इसका विरोध भी शुरू हो गया। कई छात्र और शिक्षक सीबीसीएस के विरोध में आर्ट फैकल्टी के गेट पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। ईसी के सदस्यों ने कुलपति पर आरोप लगाया कि उन्होंनें इस पर चर्चा नहीं करने दी और इसे रिपोर्टिग आइटम में रखा।
ईसी के 17 सदस्यों में से पांच सदस्यों ने सीबीसीएस के विरोध जताया। इस बैठक में विजिटर के नामिनी नवीन चावला और चांसलर के नामिनी जाविद चौधरी मौजूद नहीं थे। इतिहास विभाग, राजनीति विज्ञान विभाग सहित अन्य विभागों भी इसे नकारा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की अध्यक्ष नंदिता नारायण ने कहा कि डीयू कुलपति बदले की भावना के तहत काम कर रहे हैं। एसी की बैठक में भी शिक्षक और छात्र हित से जुड़े इस मुद्दे को रिपोर्टिग आइटम में रखा और ईसी की बैठक में भी यही किया गया। कुलपति का यह रवैया डीयू जैसे प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान के प्रति गैर जिम्मेदाराना है। हम इसके विरोध में 19 जून को कई अन्य शिक्षक संगठनों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। ईसी सदस्य आभादेव हबीब ने बताया कि कुलपति का रवैया छात्र और शिक्षक हित से जुड़ा नहीं है नहीं तो सीबीसीएस पर लंबी बहस और चर्चा होनी चाहिए। देश भर के शिक्षाविद सीबीसीएस को लेकर चिंतित हैं लेकिन आनन फानन में बिना बहस के इसे पास करना दुखद है हम इसका विरोध करते हैं। ----------------------------------- नए कुलपति के लिए बनी सर्च कमेटी डीयू की ईसी की बैठक में नए कुलपति के चयन के सर्च कमेटी के सदस्यों के नाम पर अंतिम सहमति बन गई। तीन सदस्यीय समिति में से दो सदस्यों का नाम ईसी ने प्रस्तावित किया। इसमें एक सदस्य इसरो के पूर्व चेयरमैन के कस्तुरीरंगन तथा दूसरा नाम पूर्व महानियंत्रक और लेखा परीक्षक विनोद राय का है। तीसरा नाम चांसलर तय करेंगे। -------------------------- डीयू में दो गुटों में हुई मारपीट दिल्ली विश्वविद्यालय में जिस समय आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन के छात्र आर्ट फैकल्टी के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे उसी समय एबीवीपी के सदस्य लोगों को आवेदन फार्म भरने के लिए हेल्प डेस्क भी लगाए थे। प्रदर्शनकारी जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष ने बताया कि एबीवीपी सदस्य गौरव माथुर, गौरव चौधरी, आशुतोष चौधरी ने आइसा के कार्यकर्ताओं को बुरी तरह से मारा है क्योंकि ये छात्र सीबीसीएस का विरोध कर रहे थे। आइसा के सदस्यों ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की जिस पर मॉरिस नगर थाना की पुलिस ने मामला दर्ज कर चार छात्रों को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले से मौजूद पुलिस ने किसी तरह से दोनों गुटों को छुड़ाया। इसके बाद दोनों गुटों द्वारा मामला दर्ज कराए जाने पर पुलिस ने चार छात्रों को गिरफ्तार किया है। इसमें करीब 10 छात्रों को मामूली रूप से चोटें आई हैं।
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