नियमों की अनदेखी से हुई परेशानी
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दाखिला प्रक्रिया के नियमों की अनदेखी छात्रों के लिए परेशानी बन गई है। सत्र
By Edited By: Updated: Thu, 25 Jun 2015 08:53 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दाखिला प्रक्रिया के नियमों की अनदेखी छात्रों के लिए परेशानी बन गई है। सत्र 2015-16 की दखिला प्रक्रिया के पहले दिन छात्र प्रमाणपत्र के अलावा कटऑफ संबंधी जानकारी को लेकर भी दुविधा में दिखे। उन्हें बिना दाखिला लिए ही लौटना पड़ा। डीयू ने बेस्ट ऑफ फोर के लिए जो नियम तय किए हैं, उसकी भी ठीक से जानकारी नहीं होने से छात्रों व अभिभावकों को परेशानी हुई। फर्जीवाडे़ को रोकने के लिए डीयू प्रशासन ने सभी प्रमाणपत्रों की मूल प्रतियां लाने को कहा था, लेकिन कई छात्र उनकी फोटोकॉपी लेकर थे। ऐसे में कटऑफ लिस्ट में नाम आने के बावजूद वे पहले दिन दाखिला नहीं ले सके।
एसआरसीसी कॉलेज की पहली कटऑफ लिस्ट में आने वाली छात्रा पूजा ने कहा, 'मैं ओबीसी वर्ग से हूं, लेकिन कॉलेज इस साल का प्रमाणपत्र मांग रहा है। इतनी जल्दी मैं इसे कहां से ला पाऊंगी।' झज्जर से आए गुरमीत सिंह कहते हैं, 'मैं सामान्य वर्ग से हूं। 12वीं में साइंस थी और अब पोलिटिकल साइंस से ऑनर्स करना चाहता हूं। कॉलेज मेरे बेस्ट ऑफ फोर में से 2.5 फीसद अंक काट रहा है। कॉलेज ने मुझे बताया कि यह डीयू का नियम है, लेकिन इसका जिक्र आवेदन फार्म में नहीं था। कॉलेज प्रशासन ने कहीं भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं बैठाया था, जिसे पूरी तरह से नियमों की जानकारी हो।' डीयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग का कहना है कि हम लगातार छात्रों को दाखिला संबंधी नियमों की जानकारी दे रहे हैं। मीडिया भी इसकी जानकारी दे रही है। कुछ अभिभावक और छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने नियमों पर ध्यान नहीं दिया।
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