शिक्षक लगा रहे कॉलेजों को चूना
अभिनव उपाध्याय, नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कॉलेजों में शैक्षणिक अवकाश के दौरान वेतन
By Edited By: Updated: Wed, 01 Jul 2015 01:00 AM (IST)
अभिनव उपाध्याय, नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कॉलेजों में शैक्षणिक अवकाश के दौरान वेतन लेने और शोध कार्य पूरा नहीं करने के कई मामले सामने आए हैं। इन शिक्षकों ने कॉलेज ने शपथ पत्र भी दिया है कि यदि निर्धारित समय में वह शोध कार्य पूरा नहीं कर पाए तो उनसे शोध के दौरान दिए गए अवकाश का वेतन वसूल लिया जाए। शपथपत्र के बावजूद कॉलेज प्रशासन इन शिक्षकों से पैसा नहीं वसूल पा रहा है। डीयू के नार्थ कैंपस के किरोड़ीमल कॉलेज में ऐसे शिक्षक हैं, जिन पर एक लाख से साढे़ सात लाख रुपये तक बकाया है। ये शिक्षक अंग्रेजी सहित अन्य विभागों के हैं। जानकारी के अनुसार ऐसे शिक्षकों की संख्या 100 से अधिक है, जिन्होंने शोध के लिए शैक्षणिक अवकाश लिया और निर्धारित समय में शोध जमा नहीं किया। नियमत: शोध के दौरान ली गई छुट्टी का वेतन भी कॉलेज देता है। ऐसा ही मामला साउथ कैंपस के एक कॉलेज का है, जहां तीन शिक्षक ऐसे हैं और उन पर कार्रवाई करने के लिए कॉलेज विवश है। ऐसे मामले अन्य कॉलेजों में भी सामने आए हैं। एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि शिक्षकों से पैसा वसूलना आसान नहीं है, क्योंकि शिक्षक इसे व्यक्तिगत दुश्मनी के तौर पर लेते हैं। एक शिक्षक पर वर्ष 1993 से लाखों रुपये बाकी है, यदि ब्याज जोड़कर लिया जाए तो यह और अधिक होगी। शिक्षकों को कई बार संज्ञान दिलाया गया, फिर भी वे पैसा नहीं जमा कर रहे हैं। किरोड़ीमल कॉलेज के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम इस मामले को लेकर गंभीर हैं, लेकिन शिक्षक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस मामले को कॉलेज की गवर्निग बाडी के समक्ष रखेंगे।
कुछ कॉलेजों में ऐसे भी मामला सामने आए हैं कि शिक्षक शैक्षणिक अवकाश लेकर विदेश गए, लेकिन बिना पीएचडी किए ही वापस आ गए। डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या भी कम नहीं है, जो सेवानिवृत हो गए हैं और कॉलेज का उन पर बकाया है। हालांकि कुछ कॉलेजों ने भुगतान न करने पर ऐसे शिक्षकों की पेंशन रोक दी है। ऐसे ही मामले से जुड़े एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि हमारे पास पेंशन रोकने का विकल्प है। यह पैसा शिक्षक के सेवानिवृत होने के बाद उसकी पेंशन या भुगतान में से काटा जाएगा।
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