Move to Jagran APP

चरित्र प्रमाणपत्र के लिए स्टीफंस का छात्र पहुंचा हाई कोर्ट

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्र देवांश मेहता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर क

By Edited By: Updated: Wed, 22 Jul 2015 09:38 PM (IST)
Hero Image

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्र देवांश मेहता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कॉलेज से अपना चरित्र प्रमाणपत्र दिलवाने की गुहार लगाई है। न्यायमूर्ति आरएस एंडलॉ की खंडपीठ के समक्ष दायर याचिका में छात्र ने आरोप लगाया है कि उसे कॉलेज द्वारा जो प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी किया गया है, वह उसका चरित्र प्रमाणित नहीं करता है। लेकिन अन्य छात्रों को दिए प्रोविजनल सर्टिफिकेट में उनके चरित्र के बारे में तस्दीक की गई है। बुधवार को हड़ताल के चलते अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 24 जुलाई की तारीख तय की है।

याचिका में कहा गया है कि उसे कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता में दाखिल मिल गया है। वह 26 जुलाई को अमेरिका के लिए रवाना होंगे। विदेश में दाखिले के लिए उन्हें चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत है। ऐसे में जल्द से जल्द उसे चरित्र प्रमाणपत्र दिलवाया जाए। याचि का कहना है कि गत 13 जुलाई को उसने कॉलेज के प्रिंसिपल वाल्सन थंपू को सर्टिफिकेट सही कर देने के लिए आग्रह किया था, लेकिन आज तक उसे सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है।

गौरतलब है कि थंपू ने कॉलेज के ऑनलाइन वीकली पेपर स्टीफंस ऑनलाइन को प्रतिबंधित कर उसके संपादक रहे देवांश को भी निलंबित कर दिया था। देवांश पर बिना थंपू की अनुमति के पेपर में प्रिसिंपल का साक्षात्कार चलाने का आरोप था। हालांकि हाई कोर्ट में चुनौती देने के बाद कॉलेज ने निलंबन के आदेश को वापस ले लिया था।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।