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डीयू में यूजीसी का आदेश ताक पर

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की रोक के बावजूद नियुक

By Edited By: Updated: Thu, 27 Aug 2015 09:22 PM (IST)
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राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की रोक के बावजूद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मामला हंसराज कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति का है। कॉलेज में नए प्राचार्य की नियुक्ति के लिए 29 अगस्त को साक्षात्कार होने जा रहा है। यहां बता दें कि कॉलेज में नियमित शिक्षक का पद डॉ. एसआर अरोड़ा के 2009 में सेवानिवृत होने के बाद से खाली है।

डीयू के कुलपति प्रो. दिनेश सिंह का कार्यकाल आगामी अक्तूबर में पूरा होगा। ऐसे में मंत्रालय ने कुलपति का कार्यकाल खत्म होने से तीन माह पूर्व से ही किसी भी नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाने का निर्देश विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के माध्यम से दिल्ली विश्वविद्यालय को दिया है। ये अवधि गत 28 जुलाई से शुरू हो चुकी है। लेकिन बावजूद इसके दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का आरोप है कि कुलपति यूजीसी के आदेश के खिलाफ नियुक्तियां करने में जुटे हैं। इस विषय में शिक्षक संघ के पूर्व सचिव डॉ. हरीश खन्ना का कहना है कि ऐसा नहीं है कि हंसराज कॉलेज में प्राचार्य का पद अभी खाली हुआ है। वर्ष 2009 के बाद से ही इस पद पर कार्यकारी प्राचार्य कार्यरत हैं। पहले डॉ. वीके क्वात्रा और अब डॉ. रमा इस पद पर काम कर रही हैं। ऐसे में एकाएक प्राचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू करना हैरान करने वाला है। डॉ. खन्ना ने इस प्रकरण में कुलपति की मंशा पर सवाल उठते हुए कहा कि इतने सालों से खाली पडे़ पद को एकाएक इतनी जल्दबाजी में भरने की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह भी तब जबकि मंत्रालय ने ही नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाई हुई है। यहां बता दें कि प्राचार्य के पद पर नियुक्ति के लिए 35 लोग मैदान में हैं। इन लोगों में डीयू के विभिन्न कॉलेजों के कार्यकारी व नियमित प्राचार्यो के नाम भी शामिल हैं।

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