तबादले के विरोध में IIMC के प्रोफेसर ने दिया इस्तीफा
अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर तौर पर कार्यरत अमित सेनगुप्ता ने कहा कि उन्होंने रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू, एफटीआईआई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था। इस वजह से सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने उन्हें निशाना बनाया।
नई दिल्ली। भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) के प्रोफेसर ने तबादले का विरोध करते हुए इस्तीफा दे दिया है। अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर तौर पर कार्यरत अमित सेनगुप्ता ने कहा कि उन्होंने रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू, एफटीआईआई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था। इस वजह से सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने उन्हें निशाना बनाया।
सेनगुप्ता ने अपने इस्तीफे में लिख कि मुझे निशाना बनाया गया क्योंकि मैंने आईआईएमसी के छात्रों द्वारा कैंपस में स्वतंत्र रूप से आयोजित किए गए रोहित वेमुला के लिए एकजुटता प्रदर्शन में हिस्सा लिया, इसमें कैंपस के दूसरे सदस्य भी शामिल हुए थे। मुझे इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि मैंने जेएनयू और एफटीआईआई छात्रों का समर्थन किया।
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मंत्रालय ने आरोपों को बताया निराधार
राजनीतिक रूप से आईआईएमसी फैकल्टी के सदस्य को निशाना बनाने के आरोपों को खारिज करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए कैंपस के राजनीतिकरण सहित सेनगुप्ता की अनुशानहीनता की कुछ हरकतों का पता चला था। अधिकारी ने कहा कि ढेंकानाल कैंपस में फैकल्टी की कमी के कारण सेनगुप्ता को अस्थायी रूप से भेजा गया।