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महिपालपुर में पानी के लिए भिड़ गई महिलाएं

अरविंद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली: दिल्ली में पानी किल्लत इस कदर बढ़ गई है कि लोग मारपीट तक पर उ

By Edited By: Updated: Sun, 12 Jun 2016 01:02 AM (IST)
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अरविंद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली: दिल्ली में पानी किल्लत इस कदर बढ़ गई है कि लोग मारपीट तक पर उतारु हो गए हैं। दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में कमोबेश यही हाल है। कई दिनों बाद टैंकर पहुंचता भी है तो बमुश्किल 10 मिनट में खाली हो जाता है। पानी भरने के लिए लोग टैंकर पर जैसे टूट पड़ते हैं जिससे मारामारी मच जाती है। बुधवार को महिपालपुर में पानी का टैंकर पहुंचा तो पानी के लिए पांच-छह महिलाएं आपस में भिड़ गई। दोनों पक्षों में जमकर गुत्थमगुत्थी हुई, लात-घूंसे भी चले। इस मारामारी के बीच टैंकर का ज्यादातर पानी सड़क पर ही बह गया। आसपास मौजूद लोगों ने बमुश्किल से दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कराया।

दरअसल, महिपालपुर में पानी की भारी किल्लत चल रही है। यहां पर कभी ट्यूबवेल से तो कभी टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाती है। गांव के लोगों ने बताया कि टैंकर कभी तीसरे तो कभी चौथे दिन आते हैं। इस वजह से सभी लोगों को पानी मिल नहीं पाता है। कई दिनों बाद बुधवार को पानी का टैंकर यहां की गली नंबर-6 में पहुंचा तो अपने-अपने बर्तन लेकर तमाम लोग जुट गए। पहले पानी भरने की होड़ में पांच-छह महिलाओं में पहले कहासुनी हुई फिर वे मारपीट करने लगीं। दोनों पक्षों की ओर से लात-घूंसे भी चले। एक पक्ष की महिलाओं ने दूसरे पक्ष की एक महिला को सड़क पर गिराकर उसकी पिटाई कर दी। मौके पर मौजूद लोगों को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ टिप्पणी करते भी सुना गया।

दो हजार में बिकता है टैंकर

संगम विहार, तुगलकाबाद, देवली, तुगलकाबाद एक्सटेंशन आदि इलाकों में पानी के टैंकर अवैध रूप से बेचे जाने के मामले भी सामने आए हैं। लोगों का आरोप है कि दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर बूस्टरों से पानी भरकर चलते तो हैं लेकिन ये जरूरतमंदों तक पहुंचते ही नहीं हैं। यह पानी शोरूमों, मोटर वर्कशॉप, स्कूलों व होटलों को बेच दिया जाता है। तुगलकाबाद में तो भवन निर्माण में जल बोर्ड का पीने का पानी बेच दिया जाता है। गांव निवासी सुंदर चौधरी ने बताया कि जल बोर्ड के अधिकारियों व विधायकों की मिलीभगत से ये टैंकर बेचे जा रहे हैं। सुंदर चौधरी ने विजलेंस में शिकायत की तो पानी बेचने वाले एक टैंकर को 27 जून को हटा दिया गया। वहीं, अवैध रूप से पानी बेचने की शिकायत पर यहां से पिछले एक माह में आठ अन्य टैंकरों को भी हटाया जा चुका है। सुंदर ने बताया कि टैंकर बेचने के लिए बाकायदा दलाल बैठाए गए हैं जो भंडारा आदि के नाम पर प्रति टैंकर दो हजार रुपये वसूलते हैं। पिछले माह दैनिक जागरण में भवन निर्माण के लिए जल बोर्ड का पीने का पानी बेचे जाने का समाचार प्रकाशित हो चुका है। वहीं, संगम विहार में भी टैंकर से पानी देने की एवज में पैसे लेते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ था।

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