जंतर-मंतर पर शिक्षकों ने किया सत्याग्रह
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से शिक्षकों के लिए नई सेवा शर्
By Edited By: Updated: Tue, 14 Jun 2016 09:02 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से शिक्षकों के लिए नई सेवा शर्तो को लेकर जारी अधिसूचना के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) का विरोध प्रदर्शन मंगलवार को सत्याग्रह के नाम से जंतर-मंतर पर पहुंचा। राजघाट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने पर जंतर मंतर पर इसका आयोजन किया गया। प्रदर्शन में छात्र-शिक्षकों के साथ कांग्रेस, जनता दल यूनाइडेट व राष्ट्रीय जनता दल के नेता भी शामिल हुए।
जंतर-मंतर पर आयोजित सत्याग्रह में पहुंचे कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यूजीसी की अधिसूचना शिक्षक व शिक्षा विरोधी है। वहीं गिरिजा व्यास व दिल्ली सरकार की पूर्व मंत्री डॉ. किरण वालिया ने भी इसे शिक्षक विरोधी कदम बताया। राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह व जदयू के सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि वे आगामी मानसून सत्र में इस विषय सड़क से संसद तक उठाएंगे। इस मौके पर डूटा अध्यक्ष डॉ. नंदिता नारायण व पूर्व डूटा अध्यक्ष डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि सरकार शिक्षकों की नई नियुक्तियों को खत्म करने और निजी विश्वविद्यालयों को पनपने का अवसर प्रदान कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर भाजपा समर्थन शिक्षक संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) के अध्यक्ष डॉ.एके भागी ने भी यूजीसी की अधिसूचना को अनुचित बताया। डूटा अध्यक्ष डॉ. नंदिता नारायण ने बताया कि आंदोलन के अगले चरण को लेकर बुधवार को डूटा कार्यकारिणी की बैठक होगी और बृहस्पतिवार को आम सभा के माध्यम से आगे की कार्ययोजना घोषित की जाएगी। रामा नागा कभी साथ तो कभी खिलाफ डूटा के प्रदर्शन में जेएनयू छात्रसंघ के प्रतिनिधि के तौर पर रामा नागा भी शामिल हुए। उन्होंने राजद व जदयू के साथ मंच भी साझा किया। इसके महज दो घंटे बाद वह साथियों के साथ बिहार भवन पर बिहार की राजद व जदयू की गठबंधन वाली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए।
यूट्यूब चैनल शुरू डूटा की ओर से लगातार जारी विरोध को लेकर यू ट्यूब चैनल भी शुरू किया गया है। डूटा मार्च ऑन के नाम से शुरू इस चैनल को डीयू के ही शिक्षक प्रो. विनोद वर्मा चला रहे हैं।
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