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युवती ने कर लिया था अंकित से शादी का फैसला, इस बात को लेकर पड़ती थी डांट

युवती के परिजनों का कहना है कि पिता ने उसे कई बार कहा कि वह उसकी शादी किसी ऐसे लड़के से कराना चाहते हैं जिसकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो, लेकिन युवती को यह मंजूर नहीं था।

By Amit MishraEdited By: Updated: Mon, 05 Feb 2018 04:26 PM (IST)
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युवती ने कर लिया था अंकित से शादी का फैसला, इस बात को लेकर पड़ती थी डांट

नई दिल्ली [जेएनएन]। अंकित हत्याकांड में अब एक और नया पहलू सामने आया है। असल में जिस युवती के साथ अंकित का प्रेम-प्रसंग चल रहा था उसेे लेकर युवती के परिवार वाले अंकित के खिलाफ थे। युवती के परिजन उसकी सगाई करना चाह रहे थे। उन्होंने लड़के भी देखने शुरू कर दिए थे। भले ही युवती के परिजनों को इस बात से एतराज था कि अंकित उनकी बेटी से मेलजोल नहीं रखे, लेकिन युवती इस बात को मानने के लिए किसी भी कीमत पर तैयार नहीं थी।

परिजनों के खिलाफ थी युवती 

युवती के परिजनों का कहना है कि पिता ने उसे कई बार कहा कि वह उसकी शादी किसी ऐसे लड़के से कराना चाहते हैं जिसकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो, लेकिन युवती को यह मंजूर नहीं था वह अंकित से हर हाल में शादी करना चाहती थी।

युवती कभी नहीं करती थी अंकित का जिक्र 

सूत्रों की मानें तो युवती के परिजनों का कहना है कि उसे इस बात का पता था कि अंकित से रिश्ते को लेकर घर में सभी उससे नाराज हैं। इस बात को देखते हुए वह अंकित का जिक्र अपने घर में कभी नहीं करती थी। लेकिन जब उसके पिता को यह पता चलता था कि वह अंकित से बात करती है तो घर में उसे डांटा जाता था।

दिल्ली में नहीं हैं आरोपियों के परिजन 

इस बीच ख्याला इलाके में बढ़ रहे तनाव को देखते हुए शुक्रवार शाम आरोपियों के परिजनों ने इलाके को खाली कर दिया है। यह लोग कहां गए है इस बारे में पुलिस की ओर से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। हालांकि सूत्रों की मानें तो आरोपियों के परिजनों ने फिलहाल कुछ दिनों के लिए दिल्ली को छोड़ दिया है।

पड़ोसियों को भी नहीं है जानकारी 

सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि ऐसा करने की सलाह पुलिस की ओर से ही उन्हें दी गई है। युवती का परिवार जिस कमरे में रह रहा था वह तो उसी दिन से बंद है जिस दिन अंकित की हत्या हुई थी। लेकिन रविवार को युवती की मौसी के घर का भी ताला बंद मिला जो उसी इलाके में रहती हैं। युवती की छोटी बहन भी अपनी मौसी के पास ही है। उनके पड़ोसियों को भी नहीं पता कि वे कहां गए हैं।

किरायेदार से लोग करने लगे परहेज

इस घटना के बाद क्षेत्र के लोग अब किरायेदारों को रखने से परहेज करने लगे हैं। लोगो का कहना है कि वे अब केवल उन्हीं लोगों को किराये पर रखेंगे जिनके बारे में उन्हें पूरी जानकारी हो। लोगों का यह भी कहना है कि क्षेत्र की करीब-करीब दो तिहाई आबादी किरायेदारों की है। ये लोग लंबे समय से क्षेत्र में रह रहे हैं। इस मामले में भी युवती का परिवार किराये के मकान में ही रहता था। हालांकि मोहल्ले के एक अन्य ब्लॉक में उनका अपना मकान है, जहां किरायेदार रहते हैं। 

सूझबूझ से सुलझ सकता था मसला 

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वारदात के वक्त अंकित उनसे बार-बार उसे छोड़ देने की बात कह रहा था, लेकिन हमलावर उसकी एक नही सुन रहे थे। मारपीट के बीच सड़क पर जब जाम लगने लगा तो वे अंकित को लेकर फुटपाथ पर गए और वही पर वारदात को अंजाम दिया। लोगों का का कहना है कि यदि युवती के पिता ने थोड़ी सूझबूझ दिखाई होती तो मामला टल सकता था। लेकिन आक्रोश में आकर जिस तरह की वारदात हुई है वह निंदनीय है।

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