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राज बब्बर बोले- खाकी वर्दी में घूम रहे पुलिस वाले बदमाश, पहले इनका हो एनकाउंटर

राज्यसभा सांसद ने कहा कि यूपी में सत्तासीन योगी सरकार सिर्फ गोली चलाने का काम कर रही है, काम नहीं कर रही है।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 05 Feb 2018 06:45 PM (IST)
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राज बब्बर बोले- खाकी वर्दी में घूम रहे पुलिस वाले बदमाश, पहले इनका हो एनकाउंटर

नोएडा (जेएनएन)। दिल्ली से सटे नोएडा में यूपी पुलिस पर एक शख्स को फर्जी मुठभेड़ में गोली मारने का आरोप लगा है। पुलिस की गोली का शिकार जितेंद्र यादव के परिवार वालों का कहना है कि यूपी पुलिस ने एक फेक एनकाउंटर में उसे गोली मारी है। वहीं, सोमवार दोपहर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर पुलिस की गोली से घायल जितेंद्र यादव को देखने सेक्टर-62 स्थित फॉर्टिस अस्पताल पहुंचे। यहां पर उन्होंने जितेंद्र के परिजनों से मुलाकात भी की। 

सिर्फ गोली चलाने का काम कर रही योगी सरकार

इस दौरान मीडिया से मुखातिब राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने कहा कि यूपी में सत्तासीन योगी सरकार सिर्फ गोली चलाने का काम कर रही है, काम नहीं कर रही है। उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कहा कि खाकी वर्दी में पुलिस वाले बदमाश घूम रहे हैं, पहले इनका एनकाउंटर होना चाहिए। साथ ही कहा कि योगी सरकार फ़र्ज़ी एनकाउंटर करा रही है।

जिस पर कोई मुकदमा नहीं उस पर चलाई गई गोली

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार ने 10 माह में 900 एनकाउंटर किया है। जिस पर कोई मुकदमा नहीं है, उसपर गोली चलाई गई है। अभी सुमित नाम के व्यक्ति को भी इसी अधिकारी ने गोली मारकर एनकाउंटर किया था। इसमें रंजिश का मामला नहीं है, क्योंकि घटना के वक़्त 5-6 पुलिसकर्मी साथ थे। दुश्मनी होती तो इतने पुलिसकर्मियों को मिलकर गोली चलाने की जरूरत नहीं पड़ती। यह फ़र्ज़ी एनकाउंटर की कोशिश थी। इसकी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। मैं हर तरह से पीड़ित परिवार के साथ हूं।

जितेंद्र को गोली मारने के मुद्दे पर उन्होंने कहा चार पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि पूरा थाना सस्पेंड होना चाहिए। अधिकारियों की मिलीभगत के बगैर यह नहीं हो सकता।

केंद्रीय मंत्री को भी घेरा सांसद ने

इस मौके पर महेश शर्मा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि एक मंत्री कहकर गए कि निष्पक्ष कार्रवाई होगी। मुझे नहीं लगता। वह पुलिस अधिकारी जेल में रह चुका है। उसको प्रोमोशन दिया गया। ऐसे को मौत की सज़ा होनी चाहिए।

निष्पक्ष जांच पर ही उठा दिए सवाल

राज बब्बर ने कहा कि परिजन बता रहे हैं, पुलिस वाले उस गाड़ी को भी उठा ले गए, जिसमें पीड़ित सवार थे। उसका बोर्ड बदल सकते हैं। निष्पक्ष जांच कैसे होगी। 

बड़ा सवाल- क्या प्रमोशन के लिए SI ने मारी गोली

इतना ही नहीं, परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि एसआइ ने प्रमोशन पाने के लिए जितेंद्र यादव को गोली मारी है। हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।

राज्यसभा में गूंजा नोएडा फेक एनकाउंटर का मामला 

सोमवार को नोएडा एनकाउंटर मामले को लेकर राज्यसभा में भी जोरदार हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्रवाई दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने इस मामले में जमकर हंगामा किया। 

वहीं, पीड़ित जितेंद्र का नोएडा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जितेंद्र की एक सफल सर्जरी हुई है, लेकिन हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।  

जानकारी के मुताबिक, मुताबिक शनिवार (3 फरवरी) रात को नोएडा के सेक्टर 122 के पास जितेंद्र यादव को गोली मारी गई थी।  यूपी पुलिस ने ट्वीट किया है कि इस बारे में नोएडा पुलिस से जानकारी ली जा रही है।

चार पुलिसकर्मी सस्पेंड, एसएसपी बोले- यह एनकाउंटर का मामला नहीं

नोएडा के एसएसपी के मुताबिक ये एनकाउंटर का मामला नहीं है। मामले में एक सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है और उसे गिरफ्तार किया गया है। मामले में कुल चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

परिजनों के दावे को नहीं मान रही पुलिस

हालांकि, पुलिस टीम की तरफ से जितेंद्र को गोली मारने के मामले में पुलिस और परिजन के मत अलग-अलग हैं। परिजन इसे पूरी तरह से फर्जी मुठभेड़ बता रहे हैं, जबकि, पुलिस आपसी विवाद बता रही है। दोनों पक्ष के पास अपने-अपने मत साबित करने के लिए अभी कोई पुख्ता सुबूत नहीं है, लेकिन इस घटना ने राजनीतिक रूप ले लिया है।

फोर्टिस अस्पताल के बाहर रविवार सुबह से शाम तक नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। उधर, अस्पताल को पुलिस ने छावनी में बदल दिया। कई थानों की फोर्स के साथ अधिकारी डटे हुए हैं।

एसएसपी ने बताया, मुठभेड़ नहीं आपसी विवाद में चली गोली

एसएसपी लव कुमार ने बताया कि दारोगा विजय दर्शन को किसी ने फोन कर कार में संगीत बजाकर डांस करने और शराब पीने की सूचना दी। जिस पर वह एक अन्य दारोगा व दो सिपाही लेकर मौके पर पहुंचा। जहां कार में तीन लड़के शराब पीकर डांस करते मिले। दारोगा और उसकी टीम ने ऐसा करने से मना किया। जिसपर विवाद हुआ। विजय दर्शन की जितेंद्र के भाई धर्मेंद्र से दोस्ती थी। इस कारण विजय दर्शन ने दारोगा का विरोध किया।

इस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। दारोगा ने तीनों को कार में बैठा दिया। जितेंद्र कार में बैठने के बाद हाथापाई करने लगा। इसी दौरान दारोगा से गोली चली। गोली जितेंद्र को लगी। इसके बाद दारोगा व उसके साथ मौजूद पुलिस कर्मी ही उसे फोर्टिस अस्पताल लेकर गए थे। इसके बाद फिर अधिकारियों को सूचना दी गई।

जितेंद्र के भाई ने की सीबीआइ जांच की मांग

जितेंद्र के भाई धर्मेंद्र व दरोगा विजय दर्शन के बीच दोस्ती की जानकारी देने के लिए एसएसपी की ओर से बुलाई गई प्रेस वार्ता के बाद रविवार शाम परिजन ने भी मीडिया से बातचीत की। जितेंद्र के भाई कर्मवीर ने बताया कि हम लोग किसान हैं। हमें दारोगा या पुलिस से दोस्ती की जरूरत नहीं है। मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए।

यूपी में 48 घंटे में 15 एनकाउंटर

यहां पर बता दें कि यूपी पुलिस ने पिछले कुछ दिनों के दौरान 15 एनकाउंटर किए हैं। पुलिस ने इन मुठभेड़ों में एक बदमाश को मार गिराने और 24 वांछित अपराधियों को पकड़ने का दावा किया है। पुलिस ने मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, बुलंदशहर, शामली, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, कानपुर और लखनऊ में बदमाशों पर कार्रवाई की है। 

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