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यूं लगता रहा AAP सरकार के दामन पर दाग, केजरीवाल समेत कई घिरे हैं गंभीर आरोपों में

सीबीआइ जल्द ही सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर सकती है।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 05 Feb 2018 04:28 PM (IST)
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यूं लगता रहा AAP सरकार के दामन पर दाग, केजरीवाल समेत कई घिरे हैं गंभीर आरोपों में

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) जहां 14 फरवरी को तीन साल पूरा होने का जश्न मनाने की तैयारी में जुटी है, वहीं उसे झटके पर झटके लगते जा रहे हैं। ताजा मामले में लाभ का पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद होने की घटना से दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अभी उबर भी नहीं पाई थी कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) का फंदा और कसता नजर आ रहा है।

सीबीआइ ने उनके विभाग से जुड़ी दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषि राज व काउंसिल के वकील प्रदीप शर्मा को शनिवार रात 4.73 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अहम बात यह है कि रजिस्ट्रार के लॉकर से करोड़ों की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो सत्येंद्र जैन व उनकी पत्नी के नाम पर हैं। पहले से ही सीबीआइ जांच का सामना कर रहे सत्येंद्र जैन की मुश्किलें अब और बढ़ सकती है।

बता दें कि दिल्ली में सरकार गठन के बाद से ही आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी है। दिल्ली सरकार के मंत्रियों से लेकर विधायकों तक पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इन आरोपों में कुछ मंत्री हटाए भी गए तो कुछ आज भी दिल्ली सरकार में बरकरार हैं।

यहां तक कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। श्रम मंत्री गोपाल राय, पूर्व खाद्य मंत्री आसिम अहमद खान, विधायक अमानतुल्लाह भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं। वहीं, संदीप कुमार का सेक्स वीडियो सामने आने पर उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा तो फर्जी डिग्री मामले में जितेंद्र सिंह तोमर को कानून मंत्री के पद से हटाया गया।

हर किसी के दामन पर दाग, किसे छिपाएगी AAP

पहले से विवादों में घिरे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सबसे करीबी और विश्वासपात्र मंत्री सत्येंद्र जैन एक बार फिर बड़ी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं।

दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार की गिरफ्तारी में उन पर भी गाज गिरने की आशंका है, क्योंकि यह बड़ा सवाल है कि जैन की संपत्ति के दस्तावेज डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषिराज के घर कैसे पहुंचे।

इस मामले में सीबीआइ जल्द ही सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर सकती है। आशंका यह भी है कि डॉ.ऋषिराज सरकार में प्रभावशाली लोगों की शह पर रिश्वत ले रहे थे और उन्हें पैसे पहुंचा रहे थे।

सत्येंद्र जैन पर यह पहला मामला नहीं

यह पहला मौका नहीं है जब सत्येंद्र जैन पर आरोप लगे हों। इससे पहले जैन पर मनी लांडिंग का आरोप लग चुका है। सीबीआइ उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर जांच कर रही है।

मनी लांडिंग का आरोप

सीबीआइ का आरोप है कि सत्येंद्र जैन ने 2015-16 के दौरान लोक सेवक रहते हुए 4.63 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग की। यह राशि प्रयास इंफो सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, अकिनचंद डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से दी गई। इसके अलावा इंडोमेटल प्राइवेट लिमिटेड के जरिये 2010-12 के दौरान भी 11.78 करोड़ रुपये का मनी लॉडिंग का आरोप है जैन पर।

कपिल मिश्रा भी लगा चुके हैं आरोप

मंत्री पद से हटाने जाने के बाद कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया था कि उन्होंने मंत्री सत्येंद्र जैन को दो करोड़ रुपये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके घर देते हुए देखा था। अरविंद केजरीवाल ने आज तक इस आरोप पर कोई जवाब नहीं दिया है। इस मामले में सत्येंद्र जैन ने कपिल मिश्रा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया हुआ है। मामला अभी कोर्ट में है।

पीडब्ल्यूडी में रखे गए विशेषज्ञों के मामले की हो रही है जांच

सत्येंद्र जैन के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में रखे गए विशेषज्ञों के मामले की भी सीबीआइ जांच कर रही है। सत्येंद्र जैन ने अपने स्तर पर पीडब्ल्यूडी में 16 विशेषज्ञों की नियुक्ति की थी और इन पर 65 लाख रुपये खर्च कर दिए थे, जबकि इसके लिए उपराज्यपाल से अनुमति नहीं ली गई थी।

बेटी को स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त करने का मामला

सत्येंद्र जैन ने अपनी बेटी सौम्या जैन को दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन में मिशन डायरेक्टर बनाया था। इस नियुक्ति पर भाजपा और कांग्रेस ने काफी हंगामा किया था। इससे AAP सरकार की बदनामी भी हुई थी। बवाल बढ़ने पर उस समय के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस मामले को जांच के लिए सीबीआइ को सौंप दिया था। इसके बाद सत्येंद्र जैन ने अपनी बेटी को पद से हटा दिया था।

केजरीवाल के रिश्तेदार को अपना ओएसडी बनाने पर घिरे

सत्येंद्र जैन ने डॉ. निकुंज अग्रवाल को अपना ओएसडी (स्वास्थ्य) बना दिया था। निकुंज अग्रवाल अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। निकुंज अग्रवाल की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी के मामले में सीबीआइ ने 30 दिसंबर 2016 को दिल्ली सचिवालय में छापा मारा था। इसके बाद सत्येंद्र जैन ने निकुंज अग्रवाल को ओएसडी के पद से हटा दिया था।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल (दिवंगत) ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों के फर्जी बिलों के भुगतान के लिए उनके नाम का सहारा लिया। इस मामले में हुई एफआइआर में मुख्यमंत्री का भी नाम है। वहीं, पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा केजरीवाल को दो करोड़ रुपये लेते देखने का आरोप लगा चुके हैं।

टॉक टू एके के आयोजन में मनीष सिसोदिया के खिलाफ जांच

आरोप है कि जनता से रूबरू होने के लिए आयोजित किए गए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम टॉक टू एके के लिए अनुमति नहीं ली गई। नियमों की धज्जियां उड़ाकर इस कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी एक कंपनी को दे दी गई। इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।

श्रम मंत्री गोपाल राय

परिवहन मंत्री रहते हुए गोपाल राय के खिलाफ प्रीमियम बस सेवा शुरू करने के लिए तैयार की गई योजना में गड़बड़ी किए जाने का आरोप है। इस मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) कर रही है। एसीबी द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने से पहले जून 2016 में उन्होंने परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

फर्जी डिग्री मामले में तोमर को हटाना पड़ा था

कानून व पर्यटन मंत्री रहे जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी डिग्री का मामला सामने आने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। यह मुकदमा अभी अदालत में है।

भ्रष्टाचार के मामले में आसिम अहमद हुए बर्खास्त

आसिम अहमद केजरीवाल सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। उन पर अपने इलाके में एक निर्माण के मामले में बिल्डर से रिश्वत मांगने का आरोप है। इस मामले में उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।

सेक्स स्कैंडल के आरोप में संदीप मंत्री पद से हुए बर्खास्त

आप सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार को सेक्स स्कैंडल के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। सरकार को उन्हें बर्खास्त करना पड़ा। कई माह तिहाड़ जेल में रहने के बाद अब जमानत पर बाहर हैं।

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