मंत्री सत्येंद्र जैन ने बढ़ाई 'आप' की मुसीबत, कपिल बोले- सीएम से जुड़े भ्रष्टाचार के तार
भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कठघरे में खड़ा कर दिया है। जैन के इस्तीफे की मांग को लेकर पार्टी ने सड़क पर उतरने का एलान कर दिया है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली की 20 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की आहट सुनाई दे रही है। ऐसे में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन पर सीबीआइ का कसता शिकंजा विपक्ष को सियासी लाभ दिला सकता है। इसलिए भाजपा इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। वह इस मामले में आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल को कठघरे में खड़ा कर रही है। जैन के इस्तीफे की मांग को लेकर पार्टी ने सड़क पर उतरने का एलान कर दिया है।
मुश्किल में सत्येंद्र जैन
अन्ना आंदोलन की लहर पर सवार होकर सियासत में कदम रखने वाले अरविंद केजरीवाल के कई सहयोगी गंभीर आरोपों से घिर गए हैं। इससे उनकी छवि धूमिल हो रही है। अब डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. ऋषि राज के लॉकर से जैन की संपत्ति के कागजात मिलने से उनकी मुश्किल और बढ़ गई है।
उपचुनाव की संभावना
लाभ के पद मामले में 'आप' के 20 विधायकों की सदस्यता चली गई है। इसलिए इन सीटों पर उपचुनाव होने की संभावना है। हालांकि, ये सभी पूर्व विधायक अदालत की शरण में हैं। इन सबके बीच केजरीवाल के सबसे नजदीकी मंत्री पर लगे इस आरोप से भाजपा उत्साहित है।
'आप' को उपचुनाव में चुकानी होगी कीमत
भाजपा नेताओं का कहना है कि जैन पर भ्रष्टाचार या घपले का यह कोई पहला आरोप नहीं है। इससे पूर्व उन पर हवाला कारोबार, जमीन कारोबार में धांधली, परिजनों को सरकारी पदों पर नियुक्त करने, अस्पतालों में दवा एवं उपकरण खरीद में धांधलियों सहित अनेक आरोप लगे हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री उनका बचाव कर रहे हैं। इससे 'आप' सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी बढ़ रही है। इसकी कीमत उसे उपचुनाव में चुकानी होगी।
संरक्षण दे रहे हैं केजरीवाल
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि मंत्री सत्येंद्र जैन एवं रजिस्ट्रार के बीच कोई न कोई आर्थिक संबंध है जिसकी जांच जरूरी है। मंत्री के पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। मुख्यमंत्री जैन की आर्थिक धांधलियों को जिस तरह से संरक्षण दे रहे हैं उसे देखकर लगता है कि वह स्वयं भी इसमें संलिप्त हैं।
चुप्पी साधे हुए हैं सीएम केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सीबीआइ रेड से स्पष्ट हो गया है कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार के बीच चोली-दामन का संबंध है। मुख्यमंत्री को पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। पारदर्शिता और ईमानदारी की दुहाई देने वाले केजरीवाल अब तक रहस्यमयी ढंग से चुप्पी साधे हुए हैं। 'आप' में नैतिकता, ईमानदारी और पारदर्शिता नाम की कोई चीज नहीं बची है।
कपिल ने केजरीवाल पर साधा निशाना
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। मिश्रा ने दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉक्टर ऋषिराज को सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार करने बाद ट्वीट कर एक पत्र जारी किया है।
भ्रष्टाचार के तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जुड़ते हैं
मिश्रा का दावा है कि यह पत्र शिकायतकर्ता ने सीबीआइ और दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को लिखा था। जिसमें शिकायतकर्ता ने साफ कहा है कि डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार ने रिश्वत के एवज में एक करोड़ की राशि की मांग की थी, जिसमें से 10 लाख की राशि मंत्री को दी जानी थी। उन्होंने कहा, सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबार को लेकर जो बात हम कहते थे इस पत्र के बाद अब वह बात सबूतों के साथ सबके सामने आ गई है। सत्येंद्र जैन द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जुड़ते हैं। इसलिए उन्होंने सत्येंद्र जैन को 14 फरवरी तक मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। ऐसा न होने पर जैन की विधानसभा में आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी 'आप'
आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी है। दिल्ली सरकार के मंत्रियों से लेकर विधायकों तक पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इन आरोपों में कुछ मंत्री हटाए भी गए तो कुछ आज भी दिल्ली सरकार में बरकरार हैं।
आरोप की लंबी लिस्ट
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बसल (दिवंगत) ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों के फर्जी बिलों के भुगतान के लिए उनके नाम का सहारा लिया। इस मामले में हुई एफआइआर में मुख्यमंत्री का भी नाम है। वहीं, पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा केजरीवाल को दो करोड़ रुपये लेते हुए देखने का आरोप लगा चुके हैं।
टॉक टू एके के आयोजन में सिसोदिया के खिलाफ जांच
आरोप है कि जनता से रूबरू होने के लिए आयोजित किए गए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम टॉक टू एके के लिए अनुमति नहीं ली गई। नियमों की धज्जियां उड़ाकर इस कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी एक कंपनी को दे दी गई। इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।
श्रम मंत्री गोपाल राय
परिवहन मंत्री रहते हुए गोपाल राय के खिलाफ प्रीमियम बस सेवा शुरू करने के लिए तैयार की गई योजना में गड़बड़ी किए जाने का आरोप है। इस मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) कर रही है। एसीबी द्वारा बुलाए जाने पर पेश होने से पहले जून 2016 में उन्होंने परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
फर्जी डिग्री मामले में जितेंद्र सिह तोमर को हटाना पड़ा था
कानून व पर्यटन मंत्री रहे जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी डिग्री का मामला सामने आने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। यह मुकदमा अभी अदालत में है।
भ्रष्टाचार के मामले में आसिम अहमद हुए बर्खास्त
आसिम अहमद केजरीवाल सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। उन पर अपने इलाके में एक निर्माण के मामले में बिल्डर से रिश्र्वत मांगने का आरोप है। इस मामले में उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।
सेक्स स्कैंडल के आरोप में संदीप मंत्री पद से हुए बर्खास्त
'आप' सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार को सेक्स स्कैंडल के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। सरकार को उन्हे बर्खास्त करना पड़ा। कई माह तिहाड़ जेल में रहने के बाद अब जमानत पर बाहर हैं।
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