IM के खूंखार आतंकी जुनैदा का आजमगढ़, मुजफ्फरनगर और बटला हाउस एनकाउंटर लिंक
इंजीनियरिंग के छात्र रहे जुनैद के आतंकी बनने की कहानी भी अजीब है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बड़ी कामयाबी हासिल करने की कड़ी में इंडियन मुजाहिद्दीन (IM) से ताल्लुक रखने वाले मोस्ट वॉन्टेड आतंकी आरिज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार कर लिया है। बटला हाउस एनकाउंटर समेत दिल्ली सीरियल बम धमाकों में वॉन्टेड होने से उसके सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम था। आरोपी बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद से ही फरार चल रहा था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, IM के आतंकी जुनैद को भारत-नेपाल बार्डर पर चार दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, अब उसे दिल्ली लाया गया है, जहां पर उससे पूछताछ जारी है। इस आतंकी का नाम जुनैद के अलावा आरिज़ भी है।
इंजीनियरिंग के छात्र रहे जुनैद के आतंकी बनने की कहानी भी अजीब है। यूपी के आजमगढ़ में जन्में जुनैद ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के दौरान जिहाद से जुड़ने का फैसला लिया और पढ़ाई छोड़ दी। जिस समय जिहाद के लिए आतंकी संगठन को ज्वाइन करने का फैसला लिया, तब जुनैद यूपी के अन्य जिले मुजफ्फरनगर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। आतंकियों गतिविधियों में संलिप्तता के चलते यूपी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर इनामी राशि 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी थी। तब वह महज 23 साल का था।
बटला हाउस इलाके में पिता के साथ रहता था जुनैद
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जुनैद के पिता का नाम जफर आलम है और वह पिता के साथ जामिया नगर के बटला हाउस इलाके में रहता था। वहीं, उसका नियमित पता (permanent address) यूपी के आजमगढ़ (मोहल्ला बाज बहादुर, कोटे किला रोड) है।
यूपी पुलिस के मुताबिक, जुनैद खूंखार आतंकी है और वह अातंकी समेत कई सारे मामलों में वॉन्टेड था। यही वजह थी कि यूपी पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित कर दिया था। जामिया के बटला हाउस एनकाउंटर और दिल्ली सीरियल बम धमाकों में नाम आने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख का इनाम घोषित किया था।
जानकारी के मुताबिक, मोस्टवांटेड आतंकी जुनैद बाटला हाउस एनकाउंटर में शामिल था, उसी दौरान ये फरार होने में कामयाब हो गया था। इतना ही नहीं, दिल्ली में 2008 में हुए बम धमाकों में भी उसकी बड़ी भूमिका थी।
पकड़ा गया आतंकी आरिज़ उर्फ जुनैद दिल्ली, अहमदाबाद, यूपी और जयपुर में हुए धमाकों में शामिल रहा है। यही वजह है कि उसके सिर पर NIA की तरफ से 10 लाख का इनाम था और इसी तरह दिल्ली पुलिस ने उसके सिर पर 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
जुनैद के तार अब्दुल सुभान कुरैशी के साथ जुड़े बताए जा रहे हैं, जिसे हाल ही में गिरफ्तार किया है। वह दस सालों से फरार था।