मुख्य सचिव के साथ बदसलूकी मामले में घेरे में आ सकते हैं CM केजरीवाल व सिसोदिया
सीएम हाउस में मौजूद सभी लोग साजिश का हिस्सा हैं, इसलिए वीके जैन जांच के लिहाज से सबसे अहम शख्स हैं जो जो साजिश के बारे में खुलासा कर सकते हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। मुख्य सचिव के साथ सीएम हाउस में हुई बदसलूकी के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बदसलूकी मामले में दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है देर रात हुई बैठक में क्या हुआ, कहीं यह कोई साजिश तो नहीं थी। पुलिस ने इस पूरे मामले की अहम कड़ी वीके जैन से 3 घंटे पूछताछ की है।
शिकायत में साजिश का जिक्र
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने शिकायत में कहा था कि वीके जैन ने उन्हें सोमवार रात 8 से 11:20 बजे के बीच चार फोन करके आधी रात 12 बजे सीएम हाउस बुलाया था। शिकायत में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने साजिश का जिक्र किया है। प्रकाश ने कहा है कि सीएम हाउस में मौजूद सभी लोग साजिश का हिस्सा हैं, इसलिए वीके जैन जांच के लिहाज से सबसे अहम शख्स हैं जो जो साजिश के बारे में खुलासा कर सकते हैं।
अहम कड़ी हैं वीके जैन
मामले में पुलिस 'आप' विधायकों के मोबाइल फोन की डिटेल भी जांच रही है। पुलिस इस मामले से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ भी कर सकती है जो घटनास्थल पर मौजूद थे। यहां यह भी बता दें कि रिटायर्ड आईएएस वीके जैन फिलहाल सीएम केजरीवाल के एडवाइजर हैं। ऐसे में अगर पूछताछ में सामने आता है कि जैन की सलाह पर ही आधी रात को मीटिंग बुलाई गई थी, तो उन्हें आरोपी भी बनाया जा सकता है।
पुलिस ले सकती है कानूनी सलाह
फिलहाल इस मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है इसलिए पुलिस सीएम केजरीवाल व डिप्टी सीएम के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई में जल्दबाजी नहीं करना चाहती है। जानकारी के मुताबिक बगैर कानूनी सलाह के भी कोई कदम नहीं उठाया जाएगा। मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी जांच की जा रही है। फुटेज को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।जांच में अहम है सीसीटीवी फुटेज
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिर क्यों रात को 12 बजे मुख्य सचिव को बुलाया जाना जरूरी था। हमले की साजिश पहले से तो तय नहीं थी। पुलिस का कहना है कि फुटेज के आधार पर पता लगाया जाएगा कि सीएम हाउस में विधायक प्रकाश जरवाल, अमानतुल्लाह खान, मनीष सिसोदिया व अन्य 'आप' नेता कितने बजे आए थे। उसके बाद अंशु प्रकाश कितने बजे पहुंचे और कितने बजे निकले। जांच में सीसीटीवी फुटेज अहम है और उसके आधार पर आरोप के घेरे में आए सभी लोगों की भूमिका का पता लग सकता है।
ये हैं अहम सवाल
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