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सामने आया सच, केजरीवाल के सलाहकार बोले- AAP विधायकों ने मुख्य सचिव से की थी मारपीट

जैन ने कोर्ट में साफ कहा कि मुख्य सचिव के साथ 'आप' विधायकों ने मारपीट की शुरुआत की थी, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने बचाने की कोई कोशिश नहीं की।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 24 Feb 2018 08:19 AM (IST)
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सामने आया सच, केजरीवाल के सलाहकार बोले- AAP विधायकों ने मुख्य सचिव से की थी मारपीट

नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के दोनों विधायकों को कोर्ट से झटका लगा है। अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल को कोर्ट से जमानत नहीं मिली है। दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। दोनों विधायकों को जमानत नहीं मिलने की सबसे बड़ी वजह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन की गवाही रही।

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने बचाने की कोशिश नहीं की

पुलिस ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन का अहम बयान लिया गया है। उन्होंने सात लोगों के नाम लिए हैं। जैन ने कोर्ट में साफ कहा कि मुख्य सचिव के साथ 'आप' विधायकों ने मारपीट की शुरुआत की थी, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने बचाने की कोई कोशिश नहीं की। दिल्ली पुलिस ने जब बुधवार को पूछताछ की थी तब जैन ने कुछ भी नहीं कहा था। वह इस पूरे मामले पर बचते हुए नजर आए थे। तीन घंटे तक चली पूछताछ में उन्होंने सिर्फ अपने कार्यकाल के बारे में बताया था।

विधायकों ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने मारा

वहीं, मुख्य सचिव की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि रात को 12 बजे विज्ञापन पर बात करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट के नियमों का हवाला देते हुए विज्ञापन को पास करने से इन्कार कर दिया, जिसके बाद विवाद हुआ और विधायकों ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने मारा।

काम खुद बोलना चाहिए

मुख्य सचिव के वकील ने कहा, आपका काम खुद बोलना चाहिए सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाकर गलत तथ्य पेश नहीं करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मारपीट को क्यों नहीं रोका, मुख्यमंत्री ने आज तक नहीं कहा कि उन्होंने रोकने की कोशिश की।

मारपीट के पीछे गहरी साजिश

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में जानकारी दी कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मुख्य सचिव को बताया था कि बैठक में सिर्फ चार लोग होंगे। जिसमें खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दूसरे दो लोग शामिल थे। लेकिन बैठक में जब मुख्य सचिव पहुंचे तो वहां पहले से ही 'आप' के 11 विधायक मौजूद थे। जो यह साबित करता है कि मारपीट के पीछे कोई गहरी साजिश रची गई थी।

शुक्रवार को भी होगी सुनवाई

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की शिकायत पर दर्ज एफआइआर में अमानतुल्लाह मुख्य आरोपी हैं। उन्होंने बुधवार को पुलिस के सामने सरेंडर किया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने मंगलवार रात को 'आप' विधायक प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया था। जमानत अर्जी पर शुक्रवार को भी सुनवाई जारी रहेगी।

अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल ने शुरू किया झगड़ा 

कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने जमानत अर्जी का विरोध करते हुए कहा था कि मुख्य सचिव को पीटे जाने की घटना को पूरी योजना के साथ अंजाम दिया गया था। सबसे पहले झगड़े की शुरुआत मुख्य आरोपी अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल की तरफ से की गई थी। इसके बाद मौके पर मौजूद दूसरे विधायकों ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया था। ये सब एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था। सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर जान से मारने का केस भी बनता है। 

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