'आप' विधायक के बिगड़े बोल, कहा- मुख्य सचिव जैसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए
बाल्यान ने कहा कि 'जो दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ हुआ और जो इन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं मैं तो कहता हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए।'
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर अब 'आप' विधायक ने नरेश बाल्यान बड़ा बयान दिया है। उत्तम नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए बाल्यान ने कहा कि 'जो दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ हुआ और जो इन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं मैं तो कहता हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए।' आप विधायक ने यह भी कहा कि 'जो आम आदमी का काम रोककर बैठे हैं ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।'
मुश्किल में 'आप'
गौरतलब है कि मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार बड़ी मुश्किल में फंस गई है। मामले में बृहस्पतिवार को दिल्ली सरकार को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब तीस हजारी कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के आरोपी विधायकों अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सीएम केजरीवाल ने तोड़ी चुप्पी
यहां यह भी बता दें कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट को लेकर पहली बार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चुप्पी तोड़ी है। दिल्ली पुलिस शुक्रवार को मामले में सबूत जुटाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। इसी दौरान केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि उनके घर पर काफी पुलिस भेजी गई है, ये अच्छी बात है, लेकिन जज लोया की हत्या के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी। केजरीवाल ने लिखा 'दो थप्पड़ के आरोप की जांच के लिए मुख्यमंत्री के पूरे घर की तलाशी चल रही है। जज लोया की हत्या पर पूछताछ बनती है या नहीं।'
एलजी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट मामले पर एक रिपोर्ट उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गृह मंत्रालय को सौंप दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि उन्हें दिल्ली के उपराज्यपाल से एक रिपोर्ट मिली है। इस पर विचार चल रहा है। दिल्ली पुलिस इस मामले के आपराधिक पहलू को देख रही है, जबकि गृह मंत्रालय इस रिपोर्ट के प्रशासनिक मुद्दों को देख रहा है।
पांच मिनट का मौन
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ 'आप' विधायकों द्वारा की गई बदसलूकी का विरोध कर रहे अधिकारियों के तेवर और अधिक सख्त होते जा रहे हैं। दिल्ली सरकार के मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक का बहिष्कार करने का एलान कर चुके अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को मौन रखकर अपना विरोध दर्ज कराया।
अधिकारी आत्मसम्मान के साथ कार्य कर सकें
दिल्ली आइएएस एसोसिएशन की सचिव मनीषा सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मुख्य सचिव के साथ हुई बदसलूकी की घटना से दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के विश्वास को क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक पक्ष को ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि अधिकारी आत्मसम्मान के साथ कार्य कर सकें।
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