Move to Jagran APP

मुख्य सचिव पिटाई मामले में केजरीवाल को झटका, 'आप' विधायकों को नहीं मिली जमानत

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 'आप' विधायक अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल की जमानत याचिका खारिज कर दी है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 24 Feb 2018 01:35 PM (IST)
Hero Image
मुख्य सचिव पिटाई मामले में केजरीवाल को झटका, 'आप' विधायकों को नहीं मिली जमानत

नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार को एक बार फिर तगड़ा झटका लगा है। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 'आप' विधायक अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल की जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद अब दोनों न्यायिक हिरासत में बने रहेंगे। दोनों विधायकों को जमानत नहीं मिलने की सबसे बड़ी वजह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन की गवाही रही।

मुख्य सचिव से मारपीट का आरोप

मामले में बृहस्पतिवार को भी दिल्ली सरकार को उस वक्त बड़ा झटका लगा था जब तीस हजारी कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के आरोपी विधायकों अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल पर दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट का आरोप है।

वीके जैन का बयान अहम 

केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन का 164 के तहत बयान दर्ज हुआ है। पुलिस ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन का अहम बयान लिया गया है। उन्होंने सात लोगों के नाम लिए हैं। जैन ने कोर्ट में साफ कहा कि मुख्य सचिव के साथ 'आप' विधायकों ने मारपीट की शुरुआत की थी, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने बचाने की कोई कोशिश नहीं की। 

एलजी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट मामले पर एक रिपोर्ट उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गृह मंत्रालय को सौंप दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि उन्हें दिल्ली के उपराज्यपाल से एक रिपोर्ट मिली है। इस पर विचार चल रहा है। दिल्ली पुलिस इस मामले के आपराधिक पहलू को देख रही है, जबकि गृह मंत्रालय इस रिपोर्ट के प्रशासनिक मुद्दों को देख रहा है।

क्या कहती है मेडिकल रिपोर्ट 

दिल्‍ली के मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मारपीट के मामले में यह बात सामने आई है कि इस हाथापाई के दौरान मुख्‍य सचिव को चोट आई है। मंगलवार देर रात उनका मेडिकल टेस्ट कराया गया था, जिसमें खुलासा हुआ है कि उनके शरीर पर चोट के निशान हैं। मेडिकल रिपोर्ट में अंशु के माथे के दाईं तरफ चोट के निशान हैं, दोनों कानों के पीछे सूजन, होठों पर चोट के निशान, दाएं गाल पर सूजन की बात भी सामने आई है।

कई बार किया गया फोन

बता दें कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान और एक अन्य विधायक ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने उनके सरकारी आवास में उनसे मारपीट की थी। एफआईआर के मुताबिक, मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने मुख्य सचिव को सोमवार की रात पौने नौ बजे फोन पर कहा कि सरकार के तीन साल पूरा होने पर कुछ टीवी विज्ञापनों के प्रसारण में हो रही देरी पर बातचीत होगी। इसके लिए रात 12 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचना है। वहां सीएम व उप मुख्यमंत्री उनसे विचार-विमर्श करेंगे। जैन ने रात नौ बजे और फिर घंटे भर बाद भी फोन किया। रात 11.20 बजे जैन ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश फिर फोन किया था।

चिल्लाने लगे विधायक

सीएम आवास पर पहुंचने पर मुख्य सचिव को जैन मिले और उन्हें एक कमरे में ले गए। वहां मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित 11 विधायक व अन्य लोग थे। वह तीन सीट वाले सोफे पर अमानतुल्लाह और एक अन्य व्यक्ति के साथ बैठे। इस बीच एक विधायक ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। बकौल अंशु प्रकाश, मुख्यमंत्री ने उन्हें विज्ञापन पास करने में हो रही देरी पर विधायकों के सवालों का जवाब देने को कहा। इस पर अंशु प्रकाश ने कहा कि विज्ञापन का प्रसारण सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश पर ही संभव है। इस पर कई विधायक चिल्लाने और गालियां देने लगे।

जान बचाकर भागे प्रकाश

एक विधायक ने जातिसूचक शब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान सोफे पर बैठे अमानतुल्लाह व एक अन्य विधायक मुख्य सचिव को पीटने लगे। उन्हें सिर पर मारा गया, जिससे उनका चश्मा गिर गया। वह लिफ्ट की ओर बढ़े तो खींचकर मारा गया। उनका मोबाइल फोन तोड़ दिया गया। बकौल अंशु प्रकाश, वह किसी तरह जान बचाकर कमरे से भागे और बाहर अपनी गाड़ी लेकर वहां से निकल गए।

यह भी पढ़ें: 'थप्पड़कांड' पर केजरीवाल ने तोड़ी चुप्पी, बोले- जज लोया की हत्या पर शाह से कब होगी पूछताछ

यह भी पढ़ें: 'आप' विधायक के बिगड़े बोल, कहा- मुख्य सचिव जैसे अधिकारियों को पीटना चाहिए 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।