मुख्य सचिव मारपीट मामले में भाजपा ने की CBI जांच की मांग, 'आप' पर लगाए गंभीर आरोप
भाजपा का कहना है कि अब यह संदेश साफ है कि जो अधिकारी सरकार के गैर कानूनी कार्यों को करने से इन्कार करेंगे, उनके साथ यह सरकार मारपीट करेगी।
नई दिल्ली [जेएनएन]। भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से हुई मारपीट की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है। उसका कहना है कि दिल्ली सरकार अराजक व्यवहार करके भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को तहस-नहस करना चाहती है। मुख्य सचिव के साथ मारपीट इसका ज्वलंत उदाहरण है।
सरकार मारपीट करेगी
भाजपा का कहना है कि अब यह संदेश साफ है कि जो अधिकारी सरकार के गैर कानूनी कार्यों को करने से इन्कार करेंगे, उनके साथ यह सरकार मारपीट करेगी। यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि मौके से साक्ष्य मिटाने की कोशिश हुई है। इसलिए सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआइ जांच जरूरी है।
सीएम आवास के कैमरे खराब
पुलिस ने शुक्रवार को जब मुख्यमंत्री आवास पर जांच की तो पता चला कि वहां के ज्यादातर कैमरे खराब थे। जब मुख्यमंत्री आवास पर लगे कैमरों का यह हाल है तो दिल्ली भर में करोड़ों रुपये खर्च कर कैमरे लगाने का अंजाम क्या होगा, इसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
भुगत रही है दिल्ली की जनता
नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि अधिकारियों की पिटाई करने को लेकर विधायक नरेश बाल्यान के बयान से आम आदमी पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे का पता चलता है। 'आप' विधायक राजेंद्र गौतम तो उपराज्यपाल के बीच-बचाव और सुलह समझौते के प्रयास को भी नकार रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी गुंडों की तरह बर्ताव कर रहे हैं। अधिकारियों के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है। इससे लगता है कि सरकार अपने अड़ियल रवैये पर कायम है। इसका खामियाजा आने वाले दिनों में दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ेगा।
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