नो टेंशन! नहीं बदलने जा रहा है आपका मोबाइल नंबर, जानें- किसने फैलाई अफवाह
दैनिक जागरण द्वारा पड़ताल की गई। जिसमें यही निष्कर्ष निकला है कि लोगों को फेसबुक, वाट्सएप व ट्विटर पर वायरल हो रहे मैसेज से परेशान होने की जरूरत नहीं है।
गुरुग्राम [यशलोक सिंह]। पिछले कुछ दिनों सोशल मीडिया पर लगातार ऐसा संदेश वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि एक जुलाई से आपका मोबाइल नंबर 13 अंकों का हो जाएगा। इससे लोगों के बीच काफी संशय का वातावरण बन गया है। लोग इस बात से परेशान हैं कि उन्हें अब फिर बैंक से लेकर आधार सहित अन्य दस्तावेजों में नए सिरे से अपना मोबाइल नंबर अपडेट कराना होगा। मगर उन्हें कहीं से कोई ठोस और विश्वसनीय जानकारी नहीं मिल रही है।
दैनिक जागरण ने की पड़ताल
लोगों की परेशानी को देखने हुए दैनिक जागरण द्वारा इसकी पड़ताल की गई। जिसमें यही निष्कर्ष निकला है कि लोगों को फेसबुक, वाट्सएप व ट्विटर पर वायरल हो रहे मैसेज से परेशान होने की कतई जरूरत नहीं है। 13 अंकों वाली सिम की व्यवस्था सिर्फ मशीन टू मशीन (एम2एम) संचार सेवा के लिए जरूरी की जा रही है। व्यक्तिगत मोबाइल नंबरों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ने जा रहा है।
सोशल मीडिया पर कई तरह के संदेश वायरल
टेलिकॉम विशेषज्ञों का कहना है कि दूर संचार विभाग (डीओटी) ने दूर संचार सेवा प्रदाताओं को एम2एम सेवा आधारित 13 अंकों वाला सिम नंबर जारी करने की अनुमति दी है। इसी के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह के संदेश वायरल हो रहे हैं। इसका व्यक्तिगत नंबरों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। डीओटी ने इस अनुमति के बाद 9 फरवरी, 2018 को विभिन्न विभागों को पत्र जारी कर इस संबंध में जानकारी दी है।
व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से संबंधित नहीं
एम2एम सेवा में पॉइंट ऑफ सेल मशीनों जैसे इंटरनेट चालित डिवाइस के सिम कार्ड का नंबर बदल कर 13 अंकों का हो जाएगा। एम2एम सिम कार्ड केवल ऑटोमेटेड मशीन के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। ऐसी मशीनें स्मार्ट होम्स, फ्लीट मैनेजमेंट, ट्रैफिक कंट्रोल, सप्लाई चेन जैसी जगह पर उपयोग में लाई जाती हैं। डीओटी का यह निर्देश व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से किसी प्रकार से संबंधित नहीं हैं।
सिर्फ मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन के लिए
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल की ओर से ट्विट कर जानकारी दी गई है कि 13 अंक मोबाइल नंबरों के लिए नहीं है। यह सिर्फ मशीन टू मशीन कम्युनिकेशन के लिए ही जरूरी किया जा रहा है।
क्या है एम2एम
एम2एम कम्युनिकेशन में दो मशीनों के बीच संचार होता है। इसमें स्वैप मशीन (प्वाइंट ऑफ सेलिंग) आपके कार्ड को रीड करती है और बैंक से संपर्क साधती है। इस संपर्क के लिए इंटरनेट की जरूरत होती है। इसमें सिम का इस्तेमाल होता है। अभी यह सिम 10 अंकों का होता है जो एक जुलाई से 13 अंकों का हो जाएगा।
कोई योजना नहीं है
महाप्रबंधक बीएसएनएल गुरुग्राम सर्कल यूएस पांडे ने बताया कि 13 अंकों के मोबाइल नंबर को लेकर दूर संचार विभाग भारत सरकार द्वारा किसी प्रकार की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। मेरी जानकारी के मुताबिक व्यक्तिगत मोबाइल नंबरों के अंकों में बदलाव को लेकर फिलहाल कोई योजना नहीं है।
कांग्रेस की तरफ से फैलाई गई अफवाह
एक आंकड़े के मुताबिक देश की आबादी लगभग 125 करोड़ है और मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की संख्या 98 करोड़ है साथ ही 30 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं। सोशल मीडिया समेत लोगों के बीच मोबाइल नंबर 13 अंकों का होने को लेकर अफवाह फैल गई थी। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि यह अफवाह कांग्रेस की तरफ से फैलाई गई।
अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि कांग्रेस ने 13 अंकों का मोबाइल नंबर होने की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई। जबकि सच्चाई यह है कि 13 अंकों के नए नंबर सिम आधारित मशीन टू मशीन (एम2एम) संचार के लिए उपलब्ध कराए जाने हैं। उन्होंने कहा कि इसका सामान्य मोबाइल से कोई लेना-देना नहीं है।
नॉर्मल मोबाइल फोन में कोई असर नहीं
मोबाइल नंबर को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह उठने के बाद टेलीकॉम मंत्रालय ने इसको लेकर तस्वीर साफ की थी। मंत्रालय ने साफ किय था कि 1 जुलाई से सभी टेलीकॉम कंपनियों को 10 की जगह 13 नंबर का एम2एम सिम कार्ड जारी करना होगा। ये सिम भले ही एक सामान्य सिम की तरह ही दिखते हैं, लेकिन इनका यूज आपके नॉर्मल मोबाइल फोन में नहीं होता है। एम2एम सिम का इस्तेमाल सिर्फ डाटा ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है। इसका मतलब यह है कि इससे आप वॉइस कॉल नहीं कर सकते हैं।
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