सीएम केजरीवाल की माफी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं, जारी है आंदोलन: मनीषा
मनीषा सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया जब तक माफी नहीं मांगेंगे आंदोलन जारी रहेगा। माफी से कम हमें कुछ स्वीकार नहीं है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच कड़वाहट कम होती नजर नहीं आ रही है। सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे अधिकारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लिखित में जनता के सामने माफी मांगने पर ही कोई बात होगी।
अधिकारियों ने पांच मिनट का रखा मौन
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ की गई मारपीट के विरोध में अधिकारी 20 फरवरी से सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हैं। सोमवार को भी दिल्ली के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपना आंदोलन जारी रखा। अधिकारियों ने दोपहर में भोजन के समय पांच मिनट का मौन रखकर सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए भगवान से प्रार्थना की।
माफी से कम कुछ स्वीकार नहीं
दिल्ली सचिवालय में दूसरे फ्लोर पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के कार्यालय के सामने महात्मा गांधी की तस्वीर रखकर अधिकारियों व कर्मचारियों ने मंडलायुक्त मनीषा सक्सेना के नेतृत्व में मौन रखा। मंडलायुक्त एवं आइएएस एसोसिएशन की सचिव व ज्वाइंट फोरम की सदस्य मनीषा सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया जब तक माफी नहीं मांगेंगे आंदोलन जारी रहेगा। माफी से कम हमें कुछ स्वीकार नहीं है।
मुख्य सचिव के साथ हुई मारपीट
बता दें कि 19 फरवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित निवास पर आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने मुख्य सचिव के साथ मारपीट की थी। इस मामले में ओखला से 'आप' के विधायक अमानतुल्लाह खान और देवली विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रकाश जारवाल को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि अन्य विधायकों से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के बाद से दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच रिश्तों में तल्खी काफी बढ़ गई है।
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