Move to Jagran APP

'पूर्व कानूनी प्रावधानों के हिसाब से नहीं हो सकती सीलिंग, दिल्ली में बिगड़े हालात'

माकन ने कहा कि उन्हें बड़े दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि दिल्ली और केंद्र सरकार व्यापारियों को सीलिंग से राहत दिलाने के लिए ठीक तरह से कार्य नहीं कर रही है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sun, 11 Mar 2018 07:24 AM (IST)
Hero Image
'पूर्व कानूनी प्रावधानों के हिसाब से नहीं हो सकती सीलिंग, दिल्ली में बिगड़े हालात'

नई दिल्ली [जेएनएन]। राजधानी में सीलिंग को लेकर मच रहे हाहाकार के बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने इसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है।

माकन ने पत्र में लिखा कि- मैं, पूर्व शहरी विकास मंत्री, भारत सरकार के नाते यह दावे से कह सकता हूं कि दिल्ली को सीलिंग से बचाने के लिए मास्टर प्लान-2021 में काफी संशोधन किए गए थे तथा पूर्व कानून के प्रावधानों के हिसाब से सीलिंग नहीं हो सकती। मैं यह पहल इसलिए कर रहा हूं ताकि दिल्ली में चल रही दुकानों तथा उद्योगों को बचाया जा सके।

बिगड़ गए हैं दिल्ली के हालात 

माकन ने कहा कि उन्हें बड़े दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि दिल्ली और केंद्र सरकार व्यापारियों को सीलिंग से राहत दिलाने के लिए ठीक तरह से कार्य नहीं कर रही है। आज दिल्ली के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यदि समय पर सीलिंग के मुद्दे को नहीं संभाला गया तो दिल्ली की स्थिति भयावह हो जाएगी।

कई लोग कांग्रेस में हुए शामिल

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन की उपस्थिति में कई लोगों ने कांग्रेस का दामन थामा। इनमें भाजपा, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी तथा लोक जनशक्ति पार्टी के पदाधिकारी शामिल हैं। भाजपा से संजय शर्मा, ठाकुर रोनी सिंह, विशाल सिंह, सरदार बलवंत सिंह, आम आदमी पार्टी से मोहम्मद मुस्ताक, बहुजन समाज पार्टी से रंजीत बागड़ी, दीपक बजरंगी सहित करीब 250 लोग कांग्रेस में शामिल हुए।

दलितों व पिछड़ों पर हुए अत्याचार 

अजय माकन ने कहा कि जब-जब देश में दलितों व पिछड़ों पर अत्याचार हुआ है, तब-तब काग्रेस पार्टी ने उनकी लड़ाई लड़ी है। केंद्र सरकार के साढ़े तीन वर्ष के शासनकाल में दलितों व पिछड़ों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं।

यह भी पढ़ें: सीलिंग पर सियासत, केजरीवाल ने PM मोदी और राहुल गांधी को लिखी चिट्ठी, जानें- पूरा मामला

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।