डूसू, डूटा व डूक्कू ने कुलपति के खिलाफ मिलाया हाथ
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ द्वारा सोलह दिनों से जारी बेमियादी क्रमिक भूख हड़ताल को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) और दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन (डूक्कू) ने भी अपना समर्थन दे दिया है। तीनों संगठनों ने शुक्रवार को संयुक्त विरोध प्रदर्शन भी किया। संयुक्त मोर्चे ने डीयू नॉर्थ कैंपस में मार्च भी निकाला, जिसमें छात्राओं ने डीयू कुलपति के विरोध में गीत गाकर और नारे लगाकर अपना विरोध जताया।
डूटा अध्यक्ष डॉ. अमरदेव शर्मा ने बताया कि कॉलेज और विभिन्न विभागों में प्राध्यापकों के करीब 4000 पद रिक्त हैं, ऐसे ही नॉन टीचिंग में करीब 5000 पद खाली हैं। प्रशासन ने ओबीसी कोटे का विस्तार तो कर दिया लेकिन ढांचागत विस्तार नहीं किया। प्राध्यापकों की एडहोक भर्ती और नॉन टीचिंग में कॉन्ट्रेक्ट भर्ती के नाम पर प्रतिभाशाली युवाओं का शोषण किया जा रहा है। साथ ही कर्मचारियों को उनकी सेवा शर्तो का भी पूरा लाभ नहीं मिल रहा है।
डूसू अध्यक्ष अरुण हुड्डा ने कहा कि डीयू में शैक्षणिक सुधार के नाम पर मनमाने सुधार किए जा रहे हैं, जो किसी भी लिहाज से छात्र हित में नहीं है। मनमाने तरीके से परीक्षा में स्पेशल चांस खत्म कर दिया गया है। परीक्षा आवेदन फॉर्म भरने के लिए छात्रों को कम समय दिया जाता है। इस अवसर पर डूक्कू अध्यक्ष राजपाल यादव सहित सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि डीयू कुलपति उनकी मांगों को अनदेखा करते हुए उन्हें लंबे समय से नजर अंदाज कर रहे हैं।
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