Shraddha Murder Case: श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब ने गुरुग्राम में की थी नौकरी, मिलता था 52 हजार रुपये वेतन
Shraddha Murder Case आफताब ने फ्रिज में रखे श्रद्धा के शव के टुकड़े एक-एक कर महरौली के जंगल में ले जाकर फेंका। शव से दुर्गंध न आए इसलिए हमेशा अगरबत्ती जलाता था। जांच के क्रम में पुलिस को श्रद्धा के मोबाइल फोन की लोकेशन छतरपुर इलाके में मिली थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। श्रद्धा वाकर की हत्या के बाद आफताब ने गुरुग्राम की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी करना शुरू कर दिया था। यहां उसे 52 हजार रुपये प्रतिमाह का वेतन मिलता था। इससे वह सामान्य लोगों की तरह जीवन व्यतीत कर रहा था। वह ज्यादातर बाहर ही खाना खाता था।
जोमेटो से मंगाता था खाना
यदि कभी वह बाहर खाना नहीं खाता था तो जोमेटो से खाना मंगाता था। वह ऐसा इसलिए करता था, ताकि घरेलू सामान लाने के लिए उसे बाहर न निकलना पड़े। वह आस पड़ोस के लोगों से भी बातचीत नहीं करता था।
पुलिस का कहना है कि आफताब कुछ समय और दिल्ली में रहकर यह देखना चाह रहा था कि श्रद्धा को लेकर मुंबई में उसके पिता ने पुलिस में कोई शिकायत तो नहीं की है।
मामला शांत होने के बाद मुंबई जाने का था प्लान
श्रद्धा को लेकर उसके स्वजन द्वारा कोई खोज खबर न होने व मामला शांत हो जाने पर उसकी योजना वापस मुंबई लौटने की थी, लेकिन इससे पहले हत्या का भेद खुल जाने से वह दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपित ने हत्या की बात स्वीकार की। पुलिस की टीम युवती के मोबाइल फोन की लोकेशन के जरिये आरोपित तक पहुंची। होटल मैनेजमेंट और शेफ का कोर्स कर चुके आफताब ने पुलिस को बताया कि 18 मई की रात उसने सो रही श्रद्धा की हत्या की थी।
19 मई को छतरपुर से डबलडोर फ्रिज (300 लीटर), आरी और पालीबैग खरीदे। उसने आरी से शव के करीब 35 टुकड़े किए और फ्रिज में रख दिया। वह रोजाना रात दो बजे एक-एक टुकड़े लेकर जंगल में जाता था और पालीबैग से शव के टुकड़े निकालकर फेंक देता था, ताकि उसे जानवर खा लें।
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