जानें, बुलंदशहर गैंगरेप मामले में IG ने सबके सामने पीडि़ता के पति से क्यों मांगी माफी
बुलंदशहर में 35 वर्षीय महिला व उसकी नाबालिग बेटी के साथ हुए गैंगरेप को लेेकर खुलासे को लेकर बुलाई गई उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़ी चूक कर दी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। बुलंदशहर में 35 वर्षीय महिला व उसकी नाबालिग बेटी के साथ हुए गैंगरेप को लेेकर खुलासे को लेकर बुलाई गई उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़ी चूक कर दी। आइजी सुजीत पांडे ने पत्रकार वार्ता के दौरान पीड़ित महिला के पति का नाम उजागर कर दिया। हालांकि, चूक का पता चलते ही आइजी ने गलती स्वीकारते हुए माफी मांगी।
पुलिस का कहना है कि बुलंदशहर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पीड़िता के पिता खुद ही मीडिया के सामने बिना मुंंह पर कपडे बांधे आ गया था।
पीड़िता के पति ने चेहरा ढंकने से किया इन्कार
वहां मौजदू मीडिया कर्मियों के मुताबिक, पीड़िता पत्रकार वार्ता में नहीं आई थी। उसका पति आया था और वह बिना अपना चेहरा बिना ढंके ही आया था। मीडिया वालों ने कहा भी कि चेहरा ढंंक लीजिए, लेकिन उसने खुद ही चेहरा नहींं ढंंका। उसने चेहरा ढंंकने से इन्कार कर दिया।
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बुलंदशहर क्राइम ब्रांच को मिली कामयाबी
आइजी मेरठ सुजीत पांडे ने कहा कि प्रदेश की कई जांच टीमें आरोपियों की खोज में लगाई गई थीं. लेकिन तीनों आरोपियों के गिरफ्तारी में सफलता बुलंदशहर क्राइम ब्रांच को मिली।
अपनी इस प्रेस कांफ्रेंस में आइजी ने बताया कि गैंगरेप में शामिल तीन आरोपी जो कल मेरठ से पकड़े गए हैं, कन्नौज से हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद इनमें से दो आरोपी झारखंड भाग गए थे।
एक बहुत बड़ी बात जो उन्होंने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में उठाई कि ये सवाल उठ रहा है कि यह घटना रात में हुई तो अंधेरा होने के बावजूद पीड़ितों को आरोपियों का चेहरा कैसे दिख गया।
इसके बाद उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि आरोपी जब पीड़ित परिवार की कार के पास गए, तो दरवाजा खोलने पर उसकी लाइट जली, जिसमें पीड़ितों ने आरोपियों के चेहरे देखे थे।
कल रात मेरठ से जिन तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उन्हें लेकर अब तक इस मामले में मुख्य आरोपी सलीम समेत 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि एक आरोपी फाती अब भी फरार है।
पत्रकार वार्ता के प्रमुख बिंदु
- पहले पकडे गए तीन आरोपियों ने किया खुलासा किया था कि सलीम गैंग ने घटना को अंजाम दिया था।
- लूट के इरादे से पूरी योजना के तहत कार पर एक्सेल फेंंका गया था।
- घटना के दिन शाम 5 से 7 बजे तक भी हुई थी रेकी।
- 22 जुलाई से 27 जुलाई तक बदमाशों ने रेकी की थी। गाजियाबाद से बस में पीछे से आरोपियों ने पीछा किया था।
- गैंग रेप के आरोपियों को मीडिया के सामने किया गया पेश।
-पुलिस ने बताया कि ये पहले रेकी करते थे फिर वारदात अंजाम देते थे।
-घटना के दौरान मोबाइल फोन को घटना स्थल से दूर कर देते थे।
-सामूहिक दुष्कर्म में कुल 7 लोग थे शामिल। 6 गिरफ्तार एक आरोपी अभी भी फरार।
-घटना के दौरान एसेंट कार की हेडलाइट जली रह गई थी। लाइट की रोशनी में मांं-बेटी ने आरोपियों को देखा था।
- रबूपुरा का रहने वाला एक आरोपी बावरिया गैंग में एक साल पहले शामिल हुआ था।
- पकडे गए आरोपियों में बावरिया गैंग के कई अन्य बदमाश भी शामिल हैंं।
-आरोपियों के पास से मिले मोबाइल से खुलेंगे और राज।
-फोरेंसिक रिपोर्ट का फिलहाल पुलिस इंतजार करेगी।
-इस तरह की घटनाओंं को रोकने के लिए प्लान तैयार।
-हाईवे पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरा। एनएच-91 सहित कुल यूपी के 10 हाईवे की सुरक्षा होगी पुख्ता।
-एक ऐसा काल मिला है पुलिस को जिसमे कोई व्यक्ति बैल नहीं मिलने की बात कर रहा है। कॉल की जांच होगी।