जानें, बीवी पर जान छिड़कने वाला बावरिया गैंग का सलीम कब बन जाता है वहशी
IG सुजीत पांंडे केे मुताबिक सलीम बावरिया अपनी पत्नी के साथ फोन पर बात करता था। इसी कारण हम उसे पकड़ सके।
नोएडा (जेएनएन)। 29 जुलाई को बुलंदशहर में मां-बेटी के साथ हुए गैंगरेप का मुख्य आरोपी सलीम बावरिया मुस्लिम है, लेकिन वह हिंदू देवी काली की भी पूजा करता है। जब भी वह कोई अपराध करता है, तब देवी को प्रसाद चढ़ाता है। सूत्रों की माने तो वह अब तक डकैती के बाद तकरीबन दो दर्जन महिलाओं से दुष्कर्म कर चुका है। ज्यादातर मामलों में ऐसा पाया गया है कि वह डकैती के बाद महिलाओं को देखते ही उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाता था।
पत्नी के प्यार ने फंस दिया पुलिस के जाल में
पुलिस की माने तो सलीम बावरिया अपनी पत्नी और मां के साथ-साथ अपने दो भाइयों से बेहद प्यार करता था। परिजनों के प्रति सलीम का यही लगाव पुलिस को हथियार के तौर पर नजर आया। अपनी पत्नी, मां और 2 भाइयों से लगाव के कारण वह पुलिस के जाल में फंसा।
बुलंदशहर गैंगरेप : 5 राज्यों में 3000 किमी तक भागता ही रहा मुख्य आरोपी सलीम
IG सुजीत पांंडे केे मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान सलीम अपनी मां और पत्नी को किठोर से बिजनौर ले जा रहा था। हमने उसकी पत्नी के मोबाइल से हो रहे फोन कॉल्स पर नजर रख रहे थे। बावरिया अपनी पत्नी के साथ फोन पर बात करता था। इसी कारण हम उसे पकड़ सके।
IG के मुताबिक, बुलंशहर वारदात के फौरन बाद वह रांची चला गया। वहां उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर एक डकैती भी की। इसके बाद वह जमशेदपुर और पश्चिम बंगाल गया और वहां भी डकैतियां कीं। बावरिया किसी भी जगह पर लंबे समय तक नहीं रुकता था।
15 सदस्यों का था गैंग
बावरिया के गिरोह में 15 सदस्य थे और वह खुद उन सबका सरगना था। इस गिरोह के सभी सदस्य चैमार जनजाति के थे। उसका गिरोह राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड में सक्रिय था। उसने बुलंदशहर में डकैती की योजना मेरठ में बनाई थी। इसके लिए उसने 9 जुलाई से 22 जुलाई तक टोह ली थी।
राजस्थान में लूट व गैंगरेप का भी आरोपी है सलीम बावरिया
राजस्थान के हनुमानगढ़ में हाइवे पर हुई एक अन्य लूट और गैंगरेप का भी मुख्य आरोपी है। 30 जून को राजस्थान के हनुमान में एक लूट हुई थी। इसमें एक ही परिवार के 2 लोगों को लूटने के बाद उनका कत्ल कर दिया गया था। इस मामले में भी सलीम बावरिया मुख्य आरोपी है।
रिंच, आरी लेकर चलते थे
सलीम बावरिया ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह वारदात के दौरान अपने साथ बैग में रिंच, आरी और प्लास लेकर चलते थे। हाईवे पर गाड़ी रोकने के लिये रिंच फेंकते थे, जिसकी आवाज सुनकर चालक गाड़ी रोक लेता था। उस रात भी सलीम ने नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार की कार के आगे रिंच फेंका था। दूसरी बार में गाड़ी रुकी, तभी उन्होंने कार में सवार लोगों को गन प्वाइंट पर ले लिया था।
बिहार, राजस्थान और यूपी में गैंग
पुलिस के मुताबिक, सलीम बावरिया ने बताया कि उन्होंने बिहार, राजस्थान और यूपी में अपना जाल बिछाया हुआ है। तीनों राज्यों में उनका गैंग सक्रिय है। हर जिले के लोकल बदमाशों से उनका संपर्क है। लोकल बदमाश को वह अपना पता नहीं बताते। वारदात करते हैं और फरार हो जाते हैं। अगली वारदात में लोकल बदमाश को पहली हुई वारदात का पैसा देते हैंं। उसके बाद अगला टारगेट देकर चले जाते हैं।