Move to Jagran APP

बेशर्मी! नहर में नहाते वक्त उतार देते थे कपड़े, छात्राओं ने कहा नहीं जाना स्कूल

रेवाड़ी में एक गांव के युवकों से परेशान होकर छात्राओंं ने स्कूल जाने से मना कर दिया। हाल ही में नहर पर नहा रहे कुछ युवकों ने छात्राओं के सामने ही कपड़े उतार दिए थे।

By Amit MishraEdited By: Updated: Thu, 05 May 2016 09:42 PM (IST)
Hero Image

रेवाड़ी। जिले के सूमो-कतोपुरी गांव की छात्राओं के स्कूल छोड़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हरियाणा के मानवाधिकार आयोग ने इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया है। समाचार पत्रों में छपी खबरों को संज्ञान में लेते हुए आयोग के चेयरमैन जस्टिस विजेंद्र जैन ने रेवाड़ी के जिला उपायुक्त से इस मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी है।

आंटी ने रची साजिश, बहला-फुसलाकर किशोरी के साथ किया घिनौना काम

गौरतलब है कि रेवाड़ी जिले में युवकों की अश्लील हरकतों से परेशान होकर 45 स्कूली छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया था, जिसकी वजह से उनकी पढ़ाई-लिखाई भी बंद हो गई थी। छात्राओं के स्कूल छोड़ने के मामले में सूूमो-कतोपुरी गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात भी की है।

रेप के खौफ से 100 छात्राओं ने स्कूल छोड़ा, प्रशासन हुआ सतर्क

पढ़ें पूरा घटनाक्रम

लाला गांव में उच्च विद्यालय है। 3 किमी दूर सूमो व कतोपुरी गांव है। इन गांवों की लगभग 50 छात्राएं यहां पढ़ने आती हैं। तीन वर्ष पूर्व एक छात्रा से छेड़छाड़ हुई थी तब दोनों गांवों ने पंचायत करके तीन-चार दिन तक छात्राओं को लाला गांव के स्कूल भेजना बंद कर दिया था। उच्च स्तर पर दखल के बाद जब एसपी से सुरक्षा की गारंटी मिली तो फिर से छात्राएं स्कूल जाने लग गई।

18 अप्रैल को नवींं कक्षा की एक छात्रा का अपहरण किया गया तथा लाला गांव के एक व्यक्ति ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस मामले में दो अन्य लोगों ने आरोपी का सहयोग किया। इस घटना के बाद सूमो खेड़ा व कतोपुरी की छात्राओंं ने स्कूल जाना बंद कर दिया।

21 अप्रैल को सूमो व कतोपुरी के ग्रामीणों ने पंचायत करके लाला गांव का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। हाल ही में स्कूल से लौट रही एक छात्रा के साथ अश्लील हरकत की गई। नहर पर नहा रहे कुछ युवकों ने छात्राओं के सामने ही कपड़े उतार दिए थे।

GB रोड का सच, जिस्म बेचने के बाद भी मयस्सर नहीं दो वक्त की रोटी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।