ग्रेटर नोएडा से कई राज्यों के लिए उड़ान भरेंगे हेलीकॉप्टर
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्रेटर नोएडा में हेलीपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है। जुलाई के अंत तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय से भी हरी झंडी मिलने की संभावना है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्रेटर नोएडा में हेलीपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है। जुलाई के अंत तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय से भी हरी झंडी मिलने की संभावना है। इसके बाद हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए टेंडर निकाला जाएगा।
एक वर्ष के अंदर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। हेलीपोर्ट के निर्माण के बाद ग्रेटर नोएडा से वैष्णो देवी, जम्मू, हरिद्वार, देहरादून, मथुरा, वृंदावन व आगरा आदि के लिए हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे। इसके लिए सात हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा। एक साथ साथ हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे।
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट के पास करीब 15 एकड़ जमीन पर हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। इस पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हेलीपोर्ट के अंदर हवाई पट्टी भी विकसित की जाएगी। इस पर छोटे विमान उतर सकेंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने प्राधिकरण के प्रस्ताव पर तकनीकी पहलुओं पर गौर करने के बाद हेलीपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी। प्रस्ताव को अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पास भेज दिया गया है। जुलाई के अंत तक मंजूरी मिलने की संभावना है।
ग्रेटर नोएडा में बनने वाले हेलीपोर्ट की विशेषता यह होगी कि यहां हेलीकॉप्टरों के खड़े होने के लिए बड़ी पार्किंग व सर्विस स्टेशन भी होगा। दिल्ली एनसीआर के अलावा उत्तराखंड, मेरठ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, मथुरा समेत चार दर्जन शहरों के लिए यहां से हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे। इससे ग्रेटर नोएडा और दूसरे राज्यों के लोगों का आना-जाना काफी आसान हो जाएगा। ऐसे में राजस्व की ज्यादा प्राप्ति तो होगी ही ग्रेटर नोएडा में पूंजी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।