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MCD उपचुनावः किसी की जमीन खिसकी तो किसी को मिली जीत की जमीन

2015 में रिकॉर्ड बहुमत से दिल्ली की सत्ता कब्जाने वाली आम आदमी पार्टी के साथ भाजपा को भी एमसीडी उपचुनाव का परिणाम सबक देने वाला है।

By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 18 May 2016 11:48 AM (IST)
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नई दिल्ली। 2015 में रिकॉर्ड बहुमत से दिल्ली की सत्ता कब्जाने वाली आम आदमी पार्टी के साथ भाजपा को भी एमसीडी उपचुनाव का परिणाम सबक देने वाला है। दरअसल, उपचुनाव ने कांग्रेस के लिए राजनीतिक जमीन तैयार की है, तो आप और भाजपा की जमीन कमजोर हुई है। उपचुनाव में आप को 29.9% भाजपा को 34.11% और कांग्रेस को 24.87% मत प्राप्त हुए हैं।

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सही मायने में विधानसभा 2015 के चुनाव में एक भी सीट जीतने में असफल रही कांग्रेस को दिल्ली में मृतप्राय मान कर पूरी तरह से अनदेखा करने की गलती आप और भाजपा दोनों के लिए भारी पड़ गई।

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यहां याद दिला दें कि दिल्ली नगर निगम के इस उप चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर माना जा रहा था। आप ने विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल कर सभी को चौंकाया भी था।

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आम आदमी पार्टी के लिए ये उप चुनाव भी ऐसी ही चुनौती थी जिसमें उसे उम्मीद से आधी सीटें मिलना उसके गिरते जनाधार का संकेत माना जा सकता है।

भाजपा और आप की जमीन खिसकी

2017 में होने वाले नगर निगम चुनाव के पूर्व तैयारी के तौर पर देखे जा रहे इस उप चुनाव ने जहां आम आदमी पार्टी को खतरे का संकेत दे दिया है वहीं इससे भाजपा को भी गहरे संकेत मिले हैं। सभी नगर निगमों पर कब्जा जमाए भाजपा तीसरे नंबर पर आ गई। हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि वोट प्रतिशत के लिहाज से भाजपा मजबूत है।

कांग्रेस को मिला आत्‌मविश्वास

कांग्रेस ने एमसीडी उपचुनाव में 13 में से महज 4 ही सीटें जीती हैं, लेकिन कुछ देर बाद ही यह आंकड़ा बढ़कर पांच हो गया, क्योंकि भाटी सीट से जीते निर्दलीय उम्मीदवार ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली।

अब 2017 में दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं और आम आदमी पार्टी सहित कांग्रेस, भाजपा की निगाहें उसी पर टिकी हैं। ऐसे में इस परिणाम को कांग्रेस के लिए बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।

13 में से चार सीटें जीत कर आप के बाद दूसरे नंबर पर आई कांग्रेस ने भाजपा को पीछे छोड़ दिया। शून्य पर रही कांग्रेस ने ये संकेत भी दिया है कि उसकी अनदेखी भारी पड़ सकती है।

अजय माकन का बढ़ा कद

इन परिणामों ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन का कद भी बढ़ा दिया है। परिणामों के तुरंत बाद माकन ने इस जीत के लिए राहुल गांधी को श्रेय देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों के मुश्किल समय में राहुल गांधी उनके साथ खड़े रहे।

गौरतलब है कि राजधानी में नगर निगम की 13 सीटों के लिए हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने 4 तथा भाजपा ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। पहली बार नगर निगम का चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी है। भाजपा के आठ उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे, जबकि आप के तीन उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे।

वार्ड- जीते- हारे- वोट का अंतर
-कमरुद्दीन पुर- अशोक भारद्वाज (कांग्रेस)-अनिल सिन्हा (भाजपा)-7434
-शालीमार बाग उलारी-भूपिंदर मोहन भंडारी (भाजपा)-भागमल शर्मा (कांग्रेस)-1451
-वजीरपुर-डॉ.महेद्र नागपाल (भाजपा)-सचिन सिंघल (आप)-3608
-बल्लीमारान-मोहम्मद सादिक (आप)-नितिन तिवारी (भाजपा)-2066
-विकास नगर- अशोक कुमार (आप)-सुनील जिंदल (निर्दलीय)-1084
-नवादा-कृष्ण गहलोत (भाजपा)-अजय गहलोत (आप)-4843
-मटियाला-रमेश (आप)-अशोक शर्मा (भाजपा)-753
-नानकपुरा-अनिल मलिक (आप)-नितिन शर्मा (भाजपा)-522
-भाटी-राजेद्र सिंह तंवर (निर्दलीय)-ईश्वर सिंह (भाजपा)-3152
-तेहखंड-अभिषेक बिधूड़ी (आप)-सुनील कुमार वर्मा (भाजपा)-1555
-खिचड़ीपुर- आनंद कुमार (कांग्रेस)-विनोद कुमार बिन्नी (भाजपा)-1109
-झिलमिल-पंकज (कांग्रेस)-जितेद्र सिंह शंटी (भाजपा)-2419
-मुनिरका- योगिता राठी (कांग्रेस)-सुनीता टोकस (आप)-770

कुल मिले वोट- वोट फीसद

भाजपा-1,04,621-34.11
आप- 91,775-29.93
कांग्रेस-76,267- 24.87
निर्दलीय-29,213-9.53

-आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक-2398-.78
-इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग-71-.02
-नन ऑफ द एबव (नोटा)-2332-.76

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