जाट आरक्षण से क्यों चिंतित हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल - पढ़ें खबर
पड़ोसी राज्य में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंता बढ़ गई है। उनकी चिंता नाजायज नहीं है। केजरीवाल को लगता है कि अगर यह आंदोलन आगे जारी रहा है तो दिल्ली में जल आपूर्ति को प्रभावित करेगा।
नई दिल्ली । पड़ोसी राज्य में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंता बढ़ गई है। उनकी चिंता नाजायज नहीं है। केजरीवाल को लगता है कि अगर यह आंदोलन आगे जारी रहा है तो दिल्ली में जल आपूर्ति को प्रभावित करेगा।
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हरियाणा के जाट आंदोलन का असर दिल्ली तक पहुंच गया। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने हरियाणा में मूनक नहर का गेट जबरन बंद कर दिया था। इसके चलते दिल्ली जल बोर्ड के 10 में से सात जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति प्रभावित हो गई है। ये संयंत्र बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं।
आनन फानन में दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने हरियाणा सरकार के अधिकारियों से संपर्क कर मूनक नहर को जल्द खुलवाने की गुहार लगाई है। यदि देर रात तक यमुना नदी से मूनक नहर में पानी आपूर्ति शुरू नहीं की गई तो दिल्ली में पानी के लिए हाहाकार मच सकता है।
हैदरपुर जल शोधन संयंत्र दिल्ली जल बोर्ड का सबसे बड़ा संयंत्र है। इस संयंत्र में मूनक नहर से ही पानी आता है। दिल्ली में इस संयंत्र से प्रतिदिन 200 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है। मूनक नहर से पानी की आपूर्ति बंद किए जाने के चलते यह संयंत्र सीधे तौर पर प्रभावित हुआ है।
दरअसल, दिल्ली में पेयजल की आपूर्ति हरियाणा के मुनका कैनाल से होती है। अगर जाट आरक्षण समर्थक इस कैनल पर धावा बोल देते हैं तो दिल्ली की जल आपूर्ति प्रभावित होगी। इस बाबत केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर से बातचीत भी की है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि किसी भी हाल में दिल्ली की जल आपूर्ति प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कैनाल को जल्द ही सेना के हवाले कर दिया जाएगा। केजरीवाल ने संकेत दिए हैं कि इस बारे में जल्द ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी चर्चा होगी।
बताया जा रहा है कि मूनक नहर के निचले हिस्से में मौजूद पानी अभी आने से संयंत्र बंद नहीं किए गए हैं। लेकिन रातो रात यदि मूनक नहर से पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो शनिवार को सातों संयंत्रों से पानी आपूर्ति बंद हो जाएगी। इसके चलते शनिवार को दिल्ली में पेयजल किल्लत होना तय है।
सिर्फ सोनिया विहार व भागीरथ जल शोधन संयंत्रों से ही पानी की आपूर्ति हो पाएगी, क्योंकि इन दोनों संयंत्रों को उत्तर प्रदेश के गंग नहर से पानी आपूर्ति होता है। बाकी संयंत्र दो दिन भी बंद रह गए तो दिल्ली बूंद बूंद पानी के लिए तरस जाएगी। जल बोर्ड ने लोगों को आगाह किया है कि पेयजल किल्लत होने पर जल बोर्ड के कॉल सेंटर या केंद्रीय आपातकालीन केंद्रों में फोन कर पानी के टैंकर मंगाए जा सकते हैं।