जेएनयू विवाद पर नया खुलासा, नहीं लगे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में नया खुलासा हुआ है कि जेएनयू में कार्यक्रम के दौरान कुल 29 नारे लगाए गए, लेकिन 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा नहीं लगा था। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने जेएनयू में हुए मामले में कुल 12 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में नारेबाजी के मामले में दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में नया खुलासा हुआ हैै। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेएनयू में कार्यक्रम के दौरान कुल 29 नारे लगाए गए, लेकिन 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा नहीं लगा था।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने जेएनयू में हुए मामले में कुल 12 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में 29 नारों का चर्चा है, लेकिन ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे का जिक्र नहीं है।
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वहीं, देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद और उसके चार साथियों ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी दी है। बताया जा रहा है कि वे प्रोटेक्शन में सरेंडर की रिक्वेस्ट करेंगे।
यहां पर याद दिला दें कि जेएनयू कैंपस में 9 फरवरी की रात को संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाई और इस मौके पर देश विरोधी नारे भी लगाए गए। आरोप है कि यहां पर कुछ छात्रों ने पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे देशद्रोही नारे लगाए थे।
अब इस मामले में डिप्टी कमिशनर ऑफ पुलिस (साउथ) प्रेमनाथ ने अपनी जांच रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अफजल की बरसी के दौरान कार्यक्रम में कई तरह के नारे गूंजे थे, लेकिन पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा नहीं गूजा था।
जांच रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शी भी शामिल हैं, जिनमें विश्वविद्यालय के छात्र और स्टाफ शामिल हैं। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को एक निजी टेलीविजन चैनल की फुटेज के आधार पर एक मामला दर्ज किया था। हैरानी की बात यह है कि इस वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी थे।