Move to Jagran APP

आरुषि को लेकर सामने आया ये अहम राज, मां को लेकर आखिर क्‍या सोचती थी वो...

मां नूपुर तलवार का नाम एक दिन वह सुर्खियों में लाना चाहती थी। इसके लिए आरुषि कुछ ऐसा करना चाहती थी, जिससे उनका नाम दुनिया में छा जाए।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 16 Oct 2017 10:06 AM (IST)
Hero Image
आरुषि को लेकर सामने आया ये अहम राज, मां को लेकर आखिर क्‍या सोचती थी वो...

नोएडा (जेएनएन)। आरुषि अपनी मां को बहुत प्यार करती थी। मां नूपुर तलवार का नाम एक दिन वह सुर्खियों में लाना चाहती थी। इसके लिए आरुषि कुछ ऐसा करना चाहती थी, जिससे उनका नाम दुनिया में छा जाए। वर्ष 2008 में मदर्स डे 11 मई रविवार को था। इस खास दिन को आरुषि ने विशेष तरह से सेलीब्रेट किया था।

मां नूपुर तलवार को ग्रीटिंग कार्ड देने के साथ ईमेल भी भेजा था। इसमें मां से वादा किया था कि मैं आपका नाम एक दिन सुर्खियों में लाऊंगी, जिससे आप काफी खुश होंगी। इस बारे में तलवार दंपती ने आरुषि लेगेसी वेबसाइट पर जिक्र किया है।

गौरतलब है कि आरुषि हेमराज हत्याकांड देश का सबसे जघन्य व रहस्यमय हत्याकांड बन गया है, इसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरुषि के माता-पिता को सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।

गौरतलब है कि 15-6 मई 2008 की रात नोएडा के सेक्टर 25 (जलवायु विहार) में हुआ। पेशे से चिकित्सक दम्पति ने अपनी एकमात्र संतान आरुषि (14) के साथ अपने घरेलू नौकर हेमराज (45) की नृशंस हत्या कर दी और सबूत मिटा दिए गए थे।

एक नाबालिग लड़की और अधेड़ व्यक्ति के दोहरे हत्याकांड से संबंधित इस घटना ने मीडिया के माध्यम से जनता का ध्यान आकर्षित किया था। यह हत्याकाण्ड उस समय हुआ जब आरुषि के माता-पिता दोनों ही अपने फ्लैट में मौजूद थे।

आरुषि के पिता ने बेटी को उसके बेडरूम में जान से मारने का शक अपने नौकर पर व्यक्त करते हुए पुलिस में हेमराज के नाम एफआईआर दर्ज़ करायी।

पुलिस हेमराज को खोजने बाहर चली गई। अगले दिन नोएडा के एक अवकाश प्राप्त पुलिस उपाधीक्षक के के गौतम ने उसी फ्लैट की छत पर हेमराज का शव बरामद किया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।