Survey: स्वच्छ शहरों में दिल्ली के एनडीएमसी क्षेत्र को मिला 7वां स्थान
स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में देश के कुल 434 शहरों की स्वच्छता को निर्धारित मानकों पर परखा गया, जिसके नतीजे बृहस्पतिवार को घोषित किए गए।
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश का सबसे स्वच्छ शहर मध्य प्रदेश के इंदौर को घोषित किया गया है, वहीं सबसे गंदा शहर उत्तर प्रदेश का गोंडा पाया गया है। शीर्ष दस में नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी) ने भी जगह बनाई। उसे सातवां सातवां स्थान मिला है। वहीं हरियाणा के फरीदाबाद ने स्वच्छता रैंकिंग में राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊंची उछाल मारी है। वह 379 पायदान से 88वें स्थान पर पहुंच गया है। पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस 2014 के 418वें पायदान से उछलकर 32वें स्थान पर पहुंच गया है।
बता दें कि पिछले साल एनडीएमसी क्षेत्र 65वें स्थान पर था। साफ सुथरे शहरों में सबसे अधिक मध्य प्रदेश के शहरी निकायों ने बाजी मारी है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में देश के कुल 434 शहरों की स्वच्छता को निर्धारित मानकों पर परखा गया, जिसके नतीजे बृहस्पतिवार को घोषित किए गए।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने स्वच्छता के क्षेत्र में उम्दा और घटिया प्रदर्शन करने वाले शहरों की अलग-अलग सूची जारी करते हुए कहा कि उप्र, बिहार और पंजाब के शहरों की हालत बहुत अच्छी नहीं है।
जारी रैंकिंग की टॉप टेन (शीर्ष दस) सूची में इंदौर के बाद भोपाल, विशाखापट्टनम, सूरत, मैसूर, तिरुचिरापल्ली, नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी), नवी मुंबई, तिरुपति और बड़ोदरा शामिल हैं। वहीं कुल 434 शहरों के निचले पायदान वाले शहरों में गोंडा (उप्र) 434वें स्थान पर, भुसावल (महाराष्ट्र)-433, बगहा (बिहार)-432, हरदोई (उत्तर प्रदेश)-431, कटिहार (बिहार)-430, बहराइच (उप्र)-429, मुक्तसर (पंजाब)-428, अबोहर (पंजाब)-427, शाहजहांपुर (उप्र)-426 और खुर्जा (उप्र)-425वें स्थान पर है।
नायडू ने कहा कि मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश ने शहरी क्षेत्रों के स्वच्छता मामले में शानदार प्रदर्शन किया है। शीर्ष 50 की सूची में 14 राज्यों के शहरों को स्थान मिला है।
इनमें सबसे अधिक गुजरात के 12 शहर, मध्य प्रदेश के 11 शहर, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, झारखंड और उत्तर प्रदेश का एक-एक शहर शामिल है। नायडू ने कहा कि सर्वेक्षण के नतीजे स्वच्छता पर लोगों का फैसला है। 434 शहरों के सर्वेक्षण में कुल 37 लाख लोगों से फीडबैक लिया गया।
अगले चरण में कुल 4041 नोटिफाइड शहरों और कस्बों को शामिल किया जाएगा। नतीजे घोषित करने के बाद देश के 38 शहरों को सम्मानित किया गया।