कमरे में किशोरी की मांग भरकर संबंध बनाया, गर्भवती होने पर GB रोड बेच दिया
युवक ने बंद कमरे में किशोरी की मांग भरकर शादी रचाई इसके बाद उससे संबंध बनाया। 15 दिन साथ रहा और जब वह गर्भवती हुई तो उसको GB रोड बेच दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। बिहार के मधुबनी जिले की रहने वाली 17 साल की किशोरी को कमला मार्केट थाने के थानाध्यक्ष ने रेड लाइट इलाका जीबी रोड के कोठे पर बिकने से बचा लिया। किशोरी को बेचने आए दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से किशोरी को बरामद कर उसके परिजनों को सूचना दे दी। अभी कमला मार्केट थाने में उसकी काउंसिलिंग की जा रही है।
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डीसीपी मध्य जिला मंदीप सिंह रंधावा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अमर व रंजीत है। दोनों बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं। आरोपी अमर का घर किशोरी के पड़ोस में है।
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वह शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। अमर ने किशोरी को प्यार के जाल में फंसाया। इसके बाद अमर अपने दोस्त रंजीत के साथ किशोरी को भगाकर दिल्ली ले आया। पहली बार दिल्ली आने पर उसे यहां के किसी भी जगह के बारे में जानकारी नहीं थी।
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29 अक्टूबर को दिल्ली आने के बाद तीनों यहां से गुरुग्राम चले गए और वहां एक कमरा लेकर रहने लगे। गुरुग्राम में रहने के दौरान अमर ने कमरे में ही किशोरी की मांग भरकर शादी कर ली। 20 दिन साथ में रहने के बाद अमर को डर लगने लगा कि किशोरी गर्भवती हो गई हो।
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किसी लफड़े में फंसने व पकड़े जाने के डर से उसने किशोरी को खुद से दूर करने के बारे में सोचा। रंजीत से सलाह लेकर अमर ने किशोरी को बेचने की योजना बनाई। उन्हें पता चला कि दिल्ली में जीबी रोड के नाम से रेड लाइट इलाका है जहां किशोरी व युवतियां बेची जाती हैं।
तीन दिन पहले अमर ने अपने मोबाइल से इंटरनेट ब्राउजर पर जीबी रोड लिखकर सर्च किया तो उसमें एक मोबाइल नंबर मिला। वह नंबर कमला मार्केट थाने के थानाध्यक्ष सुनील ढाका का था। अमर ने कोठे के दलाल का नंबर होने की बात समझकर उस नंबर पर कॉल कर पूछा कि आप जीबी रोड के कोठे से बोल रहे हो।
यह बात सुनकर थानाध्यक्ष का दिमाग ठनक गया। उन्होंने माजरा समझ तुरंत हां में जवाब दिया। फिर उसने पूछा कि क्या वह किशोरी को खरीद सकते हैं। इस सवाल का जवाब भी उन्होंने हां में दिया। रेट के बारे में अमर ने पहले 3.50 लाख रुपये बताया। बाद में 2.25 लाख में सौदा तय हुआ।
उसके बाद उसे किशोरी को लेकर बृहस्पतिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन बुलाया गया। स्टेशन से बाहर निकलते ही सादे कपड़ों में तैनात सिपाही सुंदर व विजय ने अमर व रंजीत को दबोच लिया। उसके पास से किशोरी को बरामद कर लिया गया।