विरोध के समय सोती रही दिल्ली सरकार, अब कर रही ढोंग: सिरसा
सिरसा ने कहा कि मेट्रो संचालन के लिए आने वाले घाटे की भरपाई दिल्ली सरकार को ही करनी है तो अब सरकार इससे क्यों बच रही है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा मंगलवार से बढ़ाए गए किराये को लेकर विधानसभा में विपक्ष ने जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। विपक्ष ने कहा कि जब मेट्रो किराये का विरोध करने का समय था तो उस समय दिल्ली सरकार सो रही थी। अब सरकार विरोध का फर्जी ढोंग कर रही है। विपक्ष ने कहा कि मेट्रो की इस किराया बढ़ोतरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। दिल्ली सरकार इसके लिए जनता से माफी मांगे।
डीएमआरसी द्वारा बढ़ाए गए किराये को लेकर दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की अनुपस्थिति में भाजपा-अकाली विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, भाजप विधायक ओम प्रकाश शर्मा व जगदीश प्रधान ने जोरदार तरीके से अपनी बात रखी।
मेट्रो किराया बढ़ोतरी को लेकर विधानसभा में हुई चर्चा में भाग लेते हुए मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि जून में ही दिल्ली के मुख्य सचिव डा. एम.एम. कुट्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मेट्रो का किराया बढ़ाने के प्रस्ताव के बारे में रिपोर्ट दे दी थी। उस समय केजरीवाल ने उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। यदि उन्होंने उसी समय विरोध जताया होता तो आज दिल्लीवालों के लिए किराया नहीं बढ़ता। अब जब मीडिया ने मेट्रो किराया बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली सरकार पर सवाल उठाना शुरू किया है तो उनको लग रहा है कि इसमें उनकी फजीहत हो रही है।
ओला और उबर जैसी कंपनियों को लाभ
सिरसा ने कहा कि मेट्रो संचालन के लिए आने वाले घाटे की भरपाई दिल्ली सरकार को ही करनी है तो अब सरकार इससे क्यों बच रही है? सरकार मेट्रो के घाटे की 3 हजार करोड़ की राशि क्यों नहीं दे रही है? सिरसा ने पूछा कि सरकार बताए कि मेट्रो के चौथे फेज को स्वीकृति नहीं देने की 'आप' सरकार की क्या रणनीति है? उन्होंने कहा कि दरअसल दिल्ली सरकार ओला और उबर जैसी टैक्सी कंपनियों को लाभ देना चाहती है। ऐसी सरकार को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। जनता 'आप' सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी।
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