दिल्ली में दिखने लगा गर्मी का प्रकोप, बढ़ी पानी की मांग कम हुई आपूर्ति
दिल्ली जल बोर्ड अपनी क्षमता के अनुरूप पानी आपूर्ति कर रहा है। गर्मी की वजह से पानी की मांग बढ़ने से निचले इलाकों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। गर्मी की शुरूआत होते ही पानी की मांग बढ़ गई है। इसका असर दिल्ली में पानी आपूर्ति पर भी पड़ा है। मांग बढ़ने से दिल्ली के कई इलाकों में पानी आपूर्ति कम हो गई। यदि मौसम का यही रुख बरकरार रहा तो अप्रैल में गर्मी बढ़ेगी और ऐसे में पानी की किल्लत बड़ी समस्या बन सकती है। नगर निगम चुनाव में भी पेयजल किल्लत पर सियासत शुरू हो सकती है।
दिल्ली में होने वाले हर चुनाव में पानी बड़ा मसला रहा है और यह चुनाव नतीजों को प्रभावित करता रहा है। भले ही चुनाव नगर निगम का है पर पेयजल किल्लत बढ़ने पर इसका असर राजनीतिक दलों के चुनावी अभियान पर भी दिखना तय है।
दिल्ली जल बोर्ड अपनी क्षमता के अनुरूप पानी आपूर्ति कर रहा है। जल बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति प्रभावित नहीं हुई है और पूरे पानी की आपूर्ति जारी है। गर्मी की वजह से पानी की मांग बढ़ने से निचले इलाकों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
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उल्लेखनीय है कि जल बोर्ड प्रतिदिन करीब 900 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है। जबकि दिल्ली में प्रतिदिन करीब 1140 एमजीडी पानी की जरूरत होती है। इस तरह करीब 240 एमजीडी पानी की कमी है। सर्दियों में पानी की कम खपत होने से लोगों को पेयजल किल्लत महसूस नहीं होती। अब जब मौसम का तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है तो पानी की खपत बढ़ गई है। इस वजह से पानी आपूर्ति में अभी से कटौती शुरू कर दी गई है।
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स्थिति यह है कि जिन कॉलोनियों में आठ से नौ घंटे पानी आपूर्ति होती थी, पानी भरने के लिए लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता था, वहां मुश्किल से दो-तीन घंटों के लिए पानी आपूर्ति हो पा रही है। दिक्कत यह है कि अनधिकृत कॉलोनियों व पुरानी नियमित कॉलोनियों में भी बड़े-बड़े अपार्टमेंट बन चुके हैं। एक-एक मकानों में आठ से 10 फ्लैट बने हैं। पानी आपूर्ति कम होने से लोग पानी नहीं भर पा रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, उत्तम नगर व राजनगर के इलाकों की कॉलोनियों में अधिक दिक्कत है।
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