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लेडीज कोच में घुसा युवक फिर थप्पड़ खाकर भी चलती ट्रेन में घूरता रहा महिला को

महिला ने आरोप लगाया कि दोनों में से एक युवक उसकी ओर मुंह करके खड़ा हो गया और लगातार घूरने लगा।

By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 18 Aug 2017 12:09 PM (IST)
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लेडीज कोच में घुसा युवक फिर थप्पड़ खाकर भी चलती ट्रेन में घूरता रहा महिला को

गाजियाबाद (जेएनएन)। ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। टूंडला से साहिबाबाद आ रही महिला से लेडीज कोच में सवार युवक ने छेड़छाड़ कर दी। पीड़िता ने आरोपी को दो थप्पड़ भी मारे, मगर वह लगातार घूरता रहा। रेलवे कंट्रोल रूम नंबर पर सूचना के बाद आरोपी ट्रेन से उतरकर फरार हो गया। महिला ने गाजियाबाद जीआरपी थाना पुलिस को शिकायत दी है।

मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले केमिकल कारोबारी साहिबाबाद में रहते हैं। बृहस्पतिवार को वह पत्नी व बेटे के साथ अलीगढ़ से लौट रहे थे। अलीगढ़ स्टेशन से उन्होंने टूंडला से दिल्ली जा रही मेमू ट्रेन के लेडीज कोच में पत्नी को बिठा दिया, जबकि खुद बेटे के साथ सामान्य डिब्बे में सवार हो गए।

कारोबारी की पत्नी ने बताया कि अलीगढ़ से ही दो युवक ट्रेन में एक महिला के साथ सवार हुए थे। आरोप है कि कुछ समय बाद एक युवक उन्हें बार-बार छूने की कोशिश करने लगा। समझाने पर नहीं माना तो महिला ने उसे दो थप्पड़ भी मार दिए। हालांकि महिला कोच में होने के चलते आरोपी ने कुछ कहा नहीं।

महिला ने आरोप लगाया कि इसके बाद वह महिला की ओर मुंह करके खड़ा हो गया और लगातार घूरने लगा। रेलवे पुलिस को सूचना देने पर आरोपी व्यक्ति महिला के साथ दादरी स्टेशन पर उतरकर फरार हो गया। गाजियाबाद पहुंचने पर आरपीएफ ने ट्रेन को अटैंड किया।

महिला के कहने पर आरोपी के एक साथी को पकड़कर जीआरपी को सौंप दिया गया। जीआरपी थाना प्रभारी सोमवीर सिंह ने बताया कि आरोपी का साथी नाबालिग था, जिसके चलते उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। महिला ने भी उस पर कोई आरोप नहीं लगाया। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

भारतीय रेल का सफर तो आप अपने दम पर ही करें। ट्रेन में बैठने के बाद आप लूट, चोरी, डकैती यहां तक की हत्या के भी शिकार भी हो सकते हैं। ट्रेनों के देरी से चलने की समस्या तो है ही, सुरक्षा व्यवस्था में झोल नीम पर चढ़े करेले जैसा हो गया है।

ऐसे वाकये हाई स्पीड और बुलेट ट्रेन जैसी योजनाओं पर ब्रेक लगा ही रहे हैं, साथ ही व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं। वर्ष 2017 की छमाही रिपोर्ट के अनुसार रेलवे में हत्या की 4, डकैती की 3, लूट की 12 व चोरी की 1225 वारदात हो चुकी है।

राजधानी जैसी ट्रेनें भी असुरक्षित

ट्रेनों में चोरी-लूट की घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन राजधानी जैसी वीवीआइपी ट्रेन भी आसानी से बदमाशों के निशाने पर हैं। मंगलवार रात राजधानी एक्सप्रेस की छह बोगियों में चोरी की वारदात रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल है साथ ही कोच में मौजूद कर्मचारियों की भूमिका को भी संदेहास्पद बना रहा है।

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