क्लोन ट्रेन से मुश्किल होगी आसान, यात्रियों को मिलेगी कन्फर्म सीट
अब प्रतिक्षा सूची वाले यात्रियों को उसी रूट पर चलने वाली किसी ट्रेन में सीट उपलब्ध कराने के बजाए एक क्लोन ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें प्रतिक्षा सूची के लोगों को सीट उपलब्ल कराया जाएगा।
नई दिल्ली [ संतोष कुमार सिंह ]। क्लोन ट्रेन परियोजना से यात्रियों की मुश्किल आसान होगी। अब प्रतिक्षा सूची वाले यात्रियों को उसी रूट पर चलने वाली किसी ट्रेन में सीट उपलब्ध कराने के बजाए एक क्लोन ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें प्रतिक्षा सूची के लोगों को सीट उपलब्ल कराया जाएगा।
सभी को ट्रेन में कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने की दिशा में काम शुरू हो गया है। इसके लिए विकल्प योजना शुरू की गई है और जल्द ही क्लोन ट्रेनें भी चलने लगेंगी। इसके लिए रेल प्रशासन काम कर रहा है और अगले कुछ महीनों में इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया जाएगा।
विकल्प योजना में प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को उसी रूट पर चलने वाली किसी और ट्रेन में सीट उपलब्ध कराने का विकल्प दिया जाता है। इसका लाभ यात्री को तभी मिलता है, जब उस रूट के किसी ट्रेन में सीट खाली हो। वहीं क्लोन ट्रेन में यह बाध्यता नहीं रहेगी।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वर्ष 2020 तक सभी रेल यात्रियों को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने का वादा किया है। इसी कड़ी में क्लोन ट्रेनें चलाने की भी योजना है। किसी ट्रेन के नाम पर चलने वाली दूसरी ट्रेन को क्लोन ट्रेन कहते हैं। यह मूल ट्रेन के रवाना होने के कुछ देर बाद रवाना की जाएगी।
इस तरह की ट्रेन चलाने की चर्चा पिछले कई वर्षो से हो रही है, लेकिन जल्द ही इस पर अमल शुरू हो जाएगा। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी इस ओर इशारा कर चुके हैं। सोमवार को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पांच रेल खंडों पर विकल्प योजना सहित अन्य रेल सुविधाओं की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली में क्लोन ट्रेन के लिए भी कार्यक्रम आयोजित होगा।
टिकट दलाली पर लगेगा अंकुश
प्रतीक्षा सूची की संख्या बढ़ने पर यदि क्लोन ट्रेन की घोषणा होगी तो यात्री कन्फर्म टिकट के लिए दलालों के पास नहीं जाएंगे। वहीं, रेलवे के पास अग्रिम किराया आ जाएगा जिससे उसके राजस्व में वृद्धि होगी। अभी भीड़भाड़ वाले मार्ग पर कन्फर्म टिकट मिलना बड़ी चुनौती है, जिससे दलालों का अवैध धंधा खूब फल फूल रहा है।
जल्दबाजी में नहीं चलानी होगी विशेष ट्रेन
गर्मी की छुट्टी या त्योहार के दिनों में भीड़ बढ़ने पर जल्दबाजी में विशेष ट्रेनों की घोषणा की जाती है, जिसकी जानकारी यात्रियों तक नहीं पहुंच पाती है। इसलिए कई बार विशेष ट्रेनों में सीटें खाली रह जाती है जिससे रेलवे को नुकसान होता है। लेकिन जब क्लोन ट्रेनें चलेंगी तो न तो यात्रियों को परेशानी होगी और न रेलवे को नुकसान।
नो रूम की नहीं होगी समस्या
भीड़भाड़ वाले सीजन में चार महीने पहले आरक्षण शुरू होते ही सीटें फुल हो जाती हैं और कुछ दिनों में नो रूम की स्थिति हो जाती है। इससे यात्री प्रतीक्षा सूची का टिकट भी नहीं ले सकता है। वर्तमान व्यवस्था में किसी ट्रेन में 1499 पीएनआर नंबर जेनरेट होता है। इसके बाद नो रूम हो जाता है, लेकिन जब क्लोन ट्रेन चलेगी तो इस व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा।
टिकट की बुकिंग चलती रहेगी ताकि प्रतीक्षा सूची के यात्रियों की सही स्थिति का पता चल सके। इसके आधार पर क्लोन ट्रेन चलाई जाएगी।
20 ट्रेनों में होती है ज्यादा भीड़
राजेंद्र नगर राजधानी, डिब्रुगढ़ राजधानी, रांची राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी, सियालदह राजधानी, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, दरभंगा एक्सप्रेस सहित दिल्ली से चलने वाली 20 ट्रेनों में ज्यादा भीड़ होती है। इनमें से कई ट्रेनों में लगभग 190 फीसद तक बुकिंग होती है। इसलिए गर्मी के मौसम व त्योहार के दिनों में इन ट्रेनों के क्लोन चलाने की घोषणा कर दी जाए तो यात्रियों की परेशानी दूर हो जाएगी।