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Delhi : 15 अप्रैल से लागू होगा ऑड-ईवन का दूसरा चरण, केजरीवाल ने किया ऐलान

राजधानी में जनवरी के पहले पखवाड़े (1 से 15 जनवरी) में लागू सम-विषम फॉर्मूले को मिले बंपर समर्थन से उत्साहित आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसे दोबारा लागू करने का फैसला लिया है। 15 से 30 अप्रैल के दरम्यान सम-विषम फॉर्मूले को दोबारा लागू किया जाएगा।

By Amit MishraEdited By: Updated: Fri, 12 Feb 2016 12:01 PM (IST)
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नई दिल्ली । राजधानी में जनवरी के पहले पखवाड़े (1 से 15 जनवरी) में लागू सम-विषम फॉर्मूले को मिले बंपर समर्थन से उत्साहित आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसे दोबारा लागू करने का फैसला लिया है। 15 से 30 अप्रैल के दरम्यान सम-विषम फॉर्मूले को दोबारा लागू किया जाएगा। बृहस्पतिवार को दिल्ली विधानसभा में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोबारा लागू होने वाले सम-विषम फॉर्मूले के बारे में जानकारी दी।

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उन्होंने कहा कि दिल्ली के 81 प्रतिशत लोगों ने सर्वे में कहा है कि वह दिल्ली में इस प्रकार का सिस्टम फिर चाहते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों से तमाम मुद्दों पर राय ली गई थी। लोगों की मांग थी कि यह फॉर्मूला स्कूली परीक्षा के बाद से लागू किया जाए। इसलिए ऐसा किया जा रहा है।

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12 अप्रैल तक स्कूली परीक्षाएं खत्म हो जाएगी। जिसके बाद 15 अप्रैल से इसे लागू करने में कोई परेशानी नहीं है। पहले की तरह इस बार भी दोपहिया वाहन, महिला चालकों को इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसे हर महीने 15 दिन लागू करने पर विचार चल रहा है। लेकिन इस बारे में अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।

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उन्होंने कहा कि इसको स्थायी रूप से लागू तब तक नहीं कर सकते जब तक सार्वजनिक परिवहन सेवा ठीक ना हो जाए। केजरीवाल ने सम-विषम फॉर्मूले पर रायशुमारी के लिए दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा में कुल 276 मोहल्ला सभाएं आयोजित की गई थी। इसमें से 275 मोहल्ला सभा ने कहा है कि सम-विषम को दोबारा लागू किया जाना चाहिए। क्योंकि इससे परिवहन व्यवस्था सुचारू हो गई थी।

उन्होंने बताया कि 63 फीसद लोगों ने इसे स्थायी रूप से लागू करने को कहा है। 92 फीसद लोगों ने कहा है कि वे दूसरी कार नहीं खरीदेंगे। पहले एंफोर्समेंट के लिए दिल्ली के एसडीएम, एडीएम स्तर के अधिकारियों को भी लगाया गया था। लेकिन इस बार 500 सेवानिवृत सैनिक एंफोर्समेंट का काम देखेंगे। उन्हें 15 दिन की टे्रनिंग दी जाएगी। इनके साथ में परिवहन विभाग की टीम होगी। इस दौरान चालान की रकम पर अभी विचार चल रहा है। एक बार फिर प्राइवेट बसों को काम पर लगाया जाएगा।

सरकार लागू करने से पूर्व कर रही है विचार -
- जिस कार में चार से ज्यादा यात्री हों उसको छूट मिले।
- 65-70 साल के बुजुर्गों को छूट मिले।
- दूसरे राज्यों की गाडिय़ों को छूट मिले जिससे दूर से आने यात्रियों को राहत मिले।
- ऑटो के किराए नियंत्रित हों, पहले फेज में बहुत बढ़ गए थे।
- प्रति परिवार एक कार की अनुमति मिले, दूसरी कार पर कार की कीमत जितना टैक्स हो।
- दफ्तरों के लिए सुबह 8 से 11 के बीच अलग अलग समय हो।
- प्रीमियम बसों के जरिए कुछ प्वांइट पर शटल सर्विस शुरू हो।
- परीक्षार्थियों को छूट मिले।
- बाहर का कोई शख्स जो एयरपोर्ट जा रहा हो तो उसको छूट मिले।
- जिन परिवारों के पास दो या उससे ज्यादा कारें हैं और उनके पास केवल सम या केवल विषम नंबर की कार है तो उनको जरूरत का नंबर दिया जाए।

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