छठ पर्व को लेकर गरमा रही है दिल्ली की सियासत, आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार की छठ घाटों को लेकर की जा रही व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार हवाबाजी कर रही है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। छठ पर्व के आयोजन को लेकर दिल्ली में सियासत गरमा रही है। सभी प्रमुख दलों की नजर इन घाटों पर है। सत्ता पक्ष और विपक्षी दल किसी न किसी माध्यम से छठ पर्व मनाने वालों को आकर्षित करने की कोशिश में हैं। सत्ता पक्ष इन घाटों को बेहतर बनाने के लिए मार्च से ही काम करने का दावा कर रहा है वहीं प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने सत्ता पक्ष पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है।
राजनीतिक रोटी सेंक रही है AAP
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि छठ पूजा का आयोजन कर रही समितियों से छठ घाटों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का फोटो लगाने के लिए कहा गया है। जो बिल्कुल गलत है। ऐसा कर 'आप' छठ घाटों के बहाने अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रही है।
सच सामने आना चाहिए
तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की फोटो लगाने के लिए किसी पर दबाव क्यों डाला जा सकता है? उधर, छठ पूजा का आयोजन करा रही तीर्थ यात्रा विकास समिति ने इसे गलत बताया है। समिति के चेयरमैन कमल बंसल ने कहा है कि ऐसा किस व्यक्ति ने किससे कहा है उसे सामने लाया जाना चाहिए।
20 करोड़ का बजट
बता दें कि पक्के और सुविधा युक्त छठ घाट बनाने के लिए दिल्ली सरकार मार्च से ही इस कार्य में लगी है। इसके लिए 20 करोड़ का बजट दिया गया है। इस राशि से दिल्ली भर में 565 छठ घाट बनाए जाएंगे। इसमें तीन सौ के करीब घाट इस साल कच्चे रहेंगे। माना जा रहा है कि इस साल पूर्णरूप से पक्के बने 60 नए छठ घाट लोगों को मिल जाएंगे। इस कार्य पर सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग काम कर रहा है।
सरकार हवाबाजी कर रही है
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार की छठ घाटों को लेकर की जा रही व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार हवाबाजी कर रही है। सरकार ने घोषणा की थी कि 160 नए पक्के घाट बनाएंगे। मगर कहीं नहीं बने हैं। अभी कच्चे घाटों के लिए भी काम शुरू नहीं किया गया है। इस बार 26 अक्टूबर शाम व 27 अक्टूबर की सुबह अर्घ्य दिया जाएगा।
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