हरियाणाः गरीबों को पैसे बांटने वाला दुष्कर्म का आरोपी 19 साल बाद गिरफ्तार
दुष्कर्म के अारोपी अजय पंडित की शान शौकत किसी से छुपी नहीं थी।उसके साथ हरियाणा के अलावा दिल्ली पुलिस की सुरक्षा भी रहती थी। कमांडो से घिरे रहने वाले अजय पंडित की सुरक्षा में लगी पुलिस ने ही उसे गिरफ्तार किया।
फरीदाबाद। कभी पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे में चलने वाले अजय पंडित को अब पुलिस ने दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार किया है। हरियाणा के सिरसा निवासी अजय पंडित को कुछ महीने पहले करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोप में करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, तभी से वह जेल में हैं। बताया जाता है कि अजय मंदिरों में खूब दान दक्षिणा करता था और ऐसी चर्चा है कि वह गरीबों में पैसे भी बांटता था।
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फरीदाबाद की युवती ने सितंबर, 1997 में दिल्ली में दुष्कर्म करने का केस दर्ज कराया था। इस मामले में अजय व दिल्ली की एक महिला सोनू कभी पकड़ में नहीं आए। अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया। अब पुलिस ने दुष्कर्म मामले में उसे अंबाला जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर लिया और सिरसा की अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है।
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फरीदाबाद के अमीपुर निवासी युवती ने तब थाने में बयान दिया कि नरेला निवासी अजय ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद एक महिला हुकमी बाई उसे शादी का झांसा देकर कोटली गांव ले आई। यहां उसके भांजे पहलवान ने दुष्कर्म का प्रयास किया।
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पुलिस ने युवती की शिकायत पर युवती के पिता, अजय पंडित, पहलवान, हुकमी बाई, लक्ष्मी बाई व दिल्ली निवासी महिला सोनू के खिलाफ केस दर्ज किया। इस मामले में अब तक पुलिस अजय व सोनू को पकड़ नहीं पाई थी।
1998 में घोषित हुआ भगोड़ा
युवती से दुष्कर्म मामले में पुलिस ने अजय पंडित व महिला सोनू को ढूंढने का प्रयास किया। लेकिन वो नहीं मिले। इसके बाद जनवरी 1998 में पुलिस के आग्रह पर अदालत ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया।
नौकरी लगवाने के लिए पिता ही लाया था दिल्ली
पुलिस के अनुसार इस मामले में केस दर्ज कराने वाली युवती का कहना है कि उसके पिता टांसपोर्ट में काम करते थे। वे ही उसे गांव से दिल्ली लेकर आए थे। युवती ने बयानों में पिता को भी दोषी माना था। पुलिस ने उसके पिता को भी गिरफ्तार कर लिया था।
पंडित के आगे पीछे भागती थी पुलिस
सिरसा निवासी अजय पंडित की शान शौकत किसी से छुपी नहीं रही। पिछले दस सालों के दौरान हवाई मार्ग से सिरसा पहुंचता रहा। उसकी अगवानी में सिरसा पुलिस के जवान भी तैनात रहे। उसे एस्कार्ट व पायलट भी मिलती रही। उसके साथ हरियाणा के अलावा दिल्ली पुलिस की सुरक्षा भी रहती थी। कमांडो से घिरे रहने वाले अजय पंडित की सुरक्षा में लगी पुलिस ने ही उसे गिरफ्तार किया।
मंदिरों में दान दक्षिणा, गरीबों को बांटता था नोट
सिरसा में पिता की छोटी सी दवा की दुकान पर कभी बैठने वाले अजय ने दिल्ली का रुख किया और दिल्ली में जाकर बस गया। पहले किराए के मकान में रहने वाले अजय ने बाद में अपनी आलीशान कोठी बना ली। वह सिरसा आता तो मंदिरों में जमकर दान दक्षिणा देता था। यहां तक कि मंदिरों के बाहर गरीबों को भी नोट बांटने के भी काफी चर्चे थे।