Delhi MCD Polls 2022: दिल्ली दंगे के चलते संवेदनशील बूथों की हो रही समीक्षा, कड़ी सुरक्षा के बीच होगी वोटिंग
Delhi MCD Polls 2022 चुनाव के दौरान माहौन बिगड़े इसके चलते संवेदनशील बूथों की पहचान की जाती है। दिल्ली निगम चुनाव को लेकर राज्य चुनाव आयोग ने 700 संवेदनशील बूथों की पहचान की है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय सशस्त्र बलों से 170 टुकड़ी की मांग की है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वर्ष 2020 में दिल्ली दंगों के चलते नगर निगम का पहला आम चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो और चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो इसके लिए राज्य चुनाव आयोग सभी पहलुओं पर कार्य कर रहा है। इसमें सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आयोग ने निगम चुनाव के लिए 700 संवेदनशील बूथों की पहचान की है।
यह पहचान दिल्ली पुलिस और भारत निर्वाचन आयोग के मानदंडों के आधार पर तय की गई है। साथ ही चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए केंद्रीय सशस्त्र बलों से 170 टुकड़ी की मांग की है। राज्य चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार 170 टुकड़िया दो चरणों में तैनात की जाएगी। इसमें पहला चरण नामांकन की प्रक्रिया पूरी होते ही शुरू हो जाएगा।
दिल्ली पुलिस के 45 हजार कर्मी रहेंगे मुस्तैद
जबकि दूसरा चरण स्ट्राग रूम, मतदान केंद्रों के साथ ईवीएम स्टोर की सुरक्षा के लिए होगा। दिल्ली पुलिस भी 45 हजार कर्मियों की तैनाती इस चुनाव में करने की तैयारी कर रही है। वर्ष 2017 की बात करें तो पूर्वकालिक तीनों निगमों में 13,138 मतदान केंद्र थे जबकि इस वर्ष के चुनाव में 13, 665 मतदान केंद्र है। वर्ष 2017 में संवेदनशील बूथों की संख्या 799 में थी। इसमें 208 बूथ बेहद संवेदनशील के रूप में चिह्नित किए गए थे।
पिछली घटनाओं से सबक लेकर हो रही तैयारी
अधिकारी ने आगे बताया कि मतदान के इतिहास, हिंसा के मामले, जनसंस्था का आधार समेत कई कारणों पर संवेदनशील बूथ की पहचान की जाती है। मालूम हो कि वर्ष 2020 में भजनपुरा से लेकर करावल नगर, शास्री पार्क, वेलकम और यमुना विहार समेत कई इलाके दंगों से प्रभावित हुए थे।
दिल्ली के ये इलाके संवेदनशील
दिल्ली विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद हुए इन दंगों से दिल्लीवासियों को काफी परेशानी हुई थी और जान-माल का भी नुकसान हुआ था। जहांगीर पुरी में हनुमान जयंती शोभा यात्रा के बाद माहौल बिगड़ गया था। ऐसे में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के साथ इस इलाके में भी बूथों की फिर से समीक्षा हो रही है। अभी तक ओखला, शाहीन बाग, बवाना, नरेला, त्रिलोकपुरी, बाबरपुर सहित अन्य क्षेत्रों के मतदान केंद्र संवेदनशील श्रेणी में गिने जाते हैं।