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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यादव सिंह को राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व इंजीनियर यादव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Thu, 26 Oct 2017 09:00 AM (IST)
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यादव सिंह को राहत, सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

नई दिल्ली [जेएनएन]। नोएडा अथॉरिटी के हजारों करोड़ रुपये के घोटाला मामले में आरोपी नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व इंजीनियर यादव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। कोर्ट में यादव सिंह की तरफ से कहा गया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 60 दिनों में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप पत्र दाखिल नहीं किया। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने उनकी जमानत याचिका रद कर दी थी।

यादव सिंह के वकील की तरफ से कोर्ट में यह दलील दी गई कि कानूनन 60 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल न होने पर जमानत मिल जाती है लेकिन इस केस में हाई कोर्ट ने जमानत नहीं दी। यादव सिंह ने इस केस में संजय दत्त के अलावा कई अन्य मामलों का उदाहरण दिया गया था।

सीबीआइ ने यादव सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 466, 467, 469, 481 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज है। यादव सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और कानून के उल्लंघन के संबंध में केस दर्ज किया गया है।

यादव सिंह पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे का चीफ इंजीनियर रहते हुए गैरकानूनी तरीके से इलेक्ट्रिक केबल का टेंडर देने का आरोप है। इसी मामले में 8 अक्टूबर 2015 को लखनऊ में ईडी ने भी यादव सिंह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। 

11 सालों में अर्जित की 5 गुणा अधिक संपत्ति

यादव सिंह के पर आरोप है कि 2004 से 2015 के बीच 11 सालों में उन्होंने अपनी आय से 512 प्रतिशत यानि 5 गुणा अधिक संपत्ति अर्जित की। इस मामले में यादव सिंह की पत्नी, बेटियों व बहू और बेटे के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। यादव सिंह के परिवार के नाम तीन प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां, तीन प्रोपराइटरी फर्म व चैरिटेबल ट्रस्ट थे जिसमें इनका काला धन लगा हुआ था। 

सीबीआइ के अनुसार 1 अप्रैल 2004 से लेकर 4 अगस्त 2015 तक यादव सिंह और उनके परिवार के पास लगभग 23 करोड़ की संपत्ति थी जो कि इनकी आय से 5 गुना अधिक थी। छानबीन के दौरान कई अचल संपत्ति सामने आई जिनमें 3 यादव सिंह के नाम हैं और 19 उनकी पत्नी के नाम हैं। इस दौरान यादव सिंह के परिवार ने करीब 2 करोड़ के गहने भी खरीदे। फरवरी 2016 में यादव सिंह को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।  

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