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पति के मामा के लड़के से बनने लगे थे शारीरिक संबंध, फिर हुआ ये काम

प्रॉपर्टी डीलर पति धीरज को मरवाने का फैसला पत्नी प्रीति ने प्रेमी वरुण के साथ मिलकर लिया था। इसमें अपने प्रेमी और एक साथी जयदीप को शामिल किया था।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 30 Jun 2016 08:29 AM (IST)

गाजियाबाद (जेएनएन)। पत्नी का अपने पति के मामा के लड़के से अवैध संबंध हो गए। पति के एतराज के बाद प्रेमी के साथ मिलकर योजना बनाई और पति को मरवा डाला। पूरा मामला खुला तो पुलिस के साथ परिजनों के भी होश फाख्ता हो गए।

यूं हो गया प्यार, घर में ही बनने लगे अवैध संबंध

पुलिस के मुताबिक, गांव सदरपुर में प्रॉपर्टी डीलर धीरज अपनी पत्नी प्रीति के साथ रहता था। प्रॉपर्टी के कारोबार में हाथ बंटाने के लिए धीरज ने अपने मामा के लड़के वरुण को अपने ऑफिस में रखवा लिया।

घर में रहने के दौरान लड़ गए नैन

परिजनों का कहना है कि धीरज ने ऑफिस में रखवाने के बाद कहीं ठिकाना नहीं होने की सूरत में वरुण को अपने घर में रखवा दिया। वह घर में रहने के दौरान परिवार के लोगों के साथ खाता-पीता भी था। इसी दौरान वरुण और प्रीति दोनों करीब आ गए।

बनने लगे शारीरिक संबंध

एक ही घर में रहने से दोनों का मिलना आसान था। इस बीच मौका मिलने पर प्रीति और वरुण में अवैध संबंध बनने लगे। धीरे-धीरे इस अवैध संबंध का पता घर वालों को चल गया था। यहां तक कि धीरज जब जेल गया और वापस आया तो उसे भी इसकी जानकारी हो गई।

घर से भाग गए थे प्रीति व वरुण

पुलिस के मुताबिक, प्रीति और वरुण ने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया था। जब घरवालों अवैध संबंध में रोड़ा बनने लगे तो प्रीति और वरुण घर छोड़कर भाग गए थे। वहीं, परिजन समाज की दुहाई देकर दोनों को वापस लेकर आए।

हत्या में प्रेमी वरुण को लिया साथ

प्रॉपर्टी डीलर पति धीरज को मरवाने का फैसला पत्नी प्रीति ने प्रेमी वरुण के साथ मिलकर लिया था। इसमें अपने प्रेमी और एक साथी जयदीप को शामिल किया था।

इससे पहले प्रॉपर्टी डीलर धीरज चौधरी (35) हत्याकांड में नेशनल तैराक सायरा के पिता जयदीप सिरोही समेत चार लोगों को नामजद किया गया है। एफआइआर में वारदात की वजह 2.85 करोड़ रुपये लेनदेन का विवाद लिखा है।

धीरज के चाचा सुंदर सिंह ने रिपोर्ट में लिखाया था कि उनके भाई जगवीर और भतीजे धीरज को मुआवजे का पैसा मिला था, जिससे दोनों प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। इनकी जयदीप सिरोही निवासी गोविंदपुरम, नरेश निवासी महरौली, बीकर निवासी अवंतिका और बबल से जान पहचान हो गई थी।

जगवीर ने 1.35 करोड़ रुपये बीकर और धीरज ने 1.5 करोड़ रुपये नरेश को प्रॉपर्टी के काम में लगाने को दिए थे। जगवीर और धीरज इन चारों से अपना पैसा मांग रहे थे, लेकिन यह लोग दे नहीं रहे थे।

इसे लेकर कई बार विवाद हुआ और पंचायत भी बैठी, मगर आरोपियों ने पैसे नहीं लौटाए। रविवार रात करीब नौ बजे जगवीर और धीरज सदरपुर के पास फार्म हाउस में बने प्रॉपर्टी डीलिंग के ऑफिस में बैठे थे, जबकि वह (सुंदर) और दो अन्य कुछ दूरी पर बैठे थे।

तभी चारों आरोपी तमंचे और पिस्टल लेकर आए और यह कहते अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं कि आज तेरे रुपये दे ही देते हैं। गोलियां लगने से जगवीर और धीरज घायल हो गए। हमलावर भाग गए।

वह लोगों की मदद से उन्हें सर्वोदय अस्पताल ले गए, जहां धीरज की मौत हो गई, जगवीर का उपचार चल रहा है। ऑफिस केसामने रोशनी थी, जिसमें उन्होंने हमलावरों को पहचाना।

नेशनल तैराक का पिता भी फंसा

एसएचओ कविनगर अशोक सिसोदिया ने बताया कि जयदीप नेशनल तैराक सायरा सिरोही का पिता है, जिसने 24 जनवरी की रात आत्महत्या कर ली थी। जयदीप यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल थे, तीन साल पहले उन्होंने वीआरएस ले लिया था। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा है।

चार माह पहले जेल से छूटा था धीरज

एसएचओ ने बताया कि धीरज को बुलंदशहर की सिकंदराबाद पुलिस ने जानलेवा हमले के आरोप में पकड़ा था। इसके अलावा उसे फिरोजाबाद पुलिस ने चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें वह फरवरी माह ही जेल से छूटा था।

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