यूपी विधानसभा चुनावः इस बार यूपी की 140 पार्टियां चुनावी मैदान में आजमा रहीं किस्मत
पिछली बार से कहीं अधिक पार्टियां अबकी चुनाव मैदान में हैं। हालांकि राजनीतिक पार्टियों या निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों की भीड़ में पहले से कमी दिखाई दे रही है।
By Ashish MishraEdited By: Updated: Fri, 10 Feb 2017 09:51 PM (IST)
लखनऊ [अजय जायसवाल] । पिछले विधानसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 140 सीटें भले ही सात पार्टियों में ही बंट कर रह गई थी, लेकिन चुनाव मैदान में ताल ठोकने वाली पार्टियों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। पिछली बार से कहीं अधिक पार्टियां अबकी चुनाव मैदान में हैं। हालांकि राजनीतिक पार्टियों या निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों की भीड़ में पहले से कमी दिखाई दे रही है।
सत्रहवीं विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव के पहले व दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों की 73 व 67 सीटों के लिए 11 व 15 फरवरी को मतदान होना है। दोनों ही चरणों की कुल 140 विधानसभा सीटों के लिए अबकी कुल 1560 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। गौर करने की बात यह है कि राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पार्टियों सहित कुल 140 दलों ने चुनाव में प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा और बसपा ही ऐसी पार्टियां हैं जिनके उम्मीदवार सभी सीटों पर लड़ते दिखाई दे रहे हैं। गठबंधन होने के कारण दोनों चरणों में सपा जहां 102 सीटों पर वहीं 42 पर कांग्रेस ने प्रत्याशी खड़े किए हैं। ऐसे में दोनों चरणों की चार सीटें (गंगोह, पुरकाजी, चांदपुर व बलदेव) ऐसी हैं जहां गठबंधन के बावजूद सपा व कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने हैं।यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2017 : उलेमा कौंसिल ने मुलायम को बाबरी का कातिल बताया किसी भी पार्टी से गठबंधन न होने से अकेले चुनाव मैदान में उतरी रालोद ने 140 में से 110 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। इसी तरह सपा सहित दूसरी प्रमुख पार्टियों से टिकट न मिलने पर लोकदल के सिंबल पर 22 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मुस्लिम बहुल क्षेत्र होने के नाते उन पार्टियों से भी बड़ी संख्या में प्रत्याशी चुनाव मैदान में है जो खासतौर से मुस्लिम समाज के हितों की ही बात करती हैं। मसलन, पीस पार्टी 27 व एआइएमएम 16, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल नौ प्रत्याशी चुनाव लड़ा रहे हैं।
हिन्दुत्व की बात करने वाली शिवसेना और कम्युनिस्ट पार्टी भी 19-19 सीटों के चुनाव मैदान में उतरी हैं।
हिन्दुत्व की बात करने वाली शिवसेना और कम्युनिस्ट पार्टी भी 19-19 सीटों के चुनाव मैदान में उतरी हैं।
समाजवादी पार्टी, बसपा,कांग्रेस, भाजपा, अपना दल, बहुजन मुक्ति पार्टी, भारतीय सुभाष सेना, जन अधिकार मंच, महान दल, राष्ट्रवादी प्रताप सेना, राष्ट्रीय किसान मजदूर सेना, राष्ट्रीय क्रांति पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, सर्व संभव पार्टी, स्वतंत्रता जनताराज पार्टी जैसी पार्टियां भी कई सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। ऐसे में चार से लेकर 26 उम्मीदवार तक संबंधित सीटों पर हैं। 26 प्रत्याशी जहां आगरा दक्षिण सीट पर हैं वहीं मात्र चार उम्मीदवार अमरोहा की धनौरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं।यह भी पढ़ें- चुनाव 2017: अपना दल अनुप्रिया गुट ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला
पिछले चुनाव में पार्टियां 127 व प्रत्याशी 2268
पिछले चुनाव में 140 सीटों पर कुल 127 पार्टियों ने चुनाव लड़ा था। चुनाव मैदान में कुल 2268 प्रत्याशी उतरे थे, जिसमें से 1756 विभिन्न पार्टियों के ही उम्मीदवार थे।
498 निर्दलीय आजमा रहे किस्मत
नोटबंदी जैसे अहम फैसले के बाद हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले दो चरण में अबकी पिछले चुनाव से कम ही निर्दलीय प्रत्याशी हैं। पिछली बार जहां 512 निर्दलीय प्रत्याशी थे वहीं अबकी 498 ही हैं।यह भी पढ़ें- चुनाव 2017: राजबब्बर ने कहा यूपी राज करेगी गठबंधन की सरकार
सपा के कब्जे में हैं सर्वाधिक सीटें
16वीं विधानसभा के लिए वर्ष 2012 में हुए चुनाव में 140 सीटों में से 58 जहां सपा के कब्जे में आईं थी वहीं 42 पर बसपा, 21 पर भाजपा, नौ पर रालोद, आठ पर कांग्रेस विजयी रही थी। एक-एक सीट पीस पार्टी व इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल ने जीत दर्ज की थी। महत्वपूर्ण बातें - विधायकी के लिए पहले दो चरण में हैं 1560 प्रत्याशी
- भाजपा और बसपा ही लड़ रही हैं सभी सीटों पर
- सपा 102 व कांग्रेस 42 सीटों पर लड़ रही चुनाव
- रालोद 110, पीस पार्टी 27 व लोकदल दिखेगी 22 सीटों पर
- सर्वाधिक 26 प्रत्याशी हैं आगरा दक्षिण सीट पर
- अमरोहा की धनौरा सीट पर हैं मात्र चार उम्मीदवार