इसलिए पांच साल लटकी रही 'पीके'
राजकुमार हिरानी की फिल्म 'पीके' को बनने में पांच साल का वक्त लगा लेकिन शायद ही कोई इसकी वजह जानता हो। क्रिएटिव दिक्कतों के अलावा फिल्म का नाम 'पीके' तय करने से पहले इसके नाम में भी कई बदलाव किए गए थे। एक सूत्र ने बताया कि हिरानी को बताया
By Monika SharmaEdited By: Updated: Fri, 14 Nov 2014 02:29 PM (IST)
मुंबई। राजकुमार हिरानी की फिल्म 'पीके' को बनने में पांच साल का वक्त लगा लेकिन शायद ही कोई इसकी वजह जानता हो। क्रिएटिव दिक्कतों के अलावा फिल्म का नाम 'पीके' तय करने से पहले इसके नाम में भी कई बदलाव किए गए थे।
एक सूत्र ने बताया कि हिरानी को बताया गया था कि उनकी फिल्म क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म 'इंसेप्शन' से मिलती-जुलती है जिसके चलते उन्हें असली स्क्रिप्ट में बदलाव करने पड़े। सूत्र ने कहा, 'उन्होंने ये कहानी किसी करीबी को सुनाई थी लेकिन उन्होंने बताया कि स्क्रिप्ट अंग्रेजी फिल्म से मिलती जुलती है। उन्होंने स्क्रिप्ट पर दोबारा काम किया और पूरी टोन और एंगल बदल दिए।' इतना ही नहीं, फिल्म के नाम को तीन बार बदला गया। सूत्र ने बताया, 'पहले इसका नाम एक था टल्ली रखा गया लेकिन फिर इसे टल्ली कर दिया गया क्योंकि उसके आसपास सलमान खान की एक था टाइगर रिलीज हुई थी। फिर इसका नाम पीके(PeeKay) रख दिया गया, फिर हिरानी ने इसका नाम पीके(pk) कर दिया।' हिरानी के प्रवक्ता ने फिल्म के नाम को लेकर चली कश्मकश की पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'राजू हिरानी की तरफ से इसका नाम पीके करने से पहले हमने कई नामों पर विचार किया। उनमें से एक था टल्ली भी था।'
प्रवक्ता ने कहा कि नाम के बावजूद फिल्म में एंटी-ड्रिंकिंग वॉर्निंग नहीं होगी। पिछले दिनों सेंसर बोर्ड ने शाहरुख खान की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' में एंटी-ड्रिंकिंग वॉर्निंग डालने का आदेश दिया था। आमिर खान ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि इससे फिल्म की क्रिएटिविटी प्रभावित होती है।पढ़ें: पीके ने रिलीज होने से पहले ही कमा लिए 85 करोड़