प्यार से लोगों को बदलता रहूंगा: आमिर
'हां, मैं जानता हूं कि अकेला समाज को नहीं बदल सकता। मगर हाथ पर हाथ धरे बैठा भी नहीं रह सकता। 'सत्यमेव जयते' मेरी कोशिश है, समाज में बदलाव की। लोगों को प्यार से समझाने की। इसके लिए मुझे राजनीति में जाकर डंडा चलाने की जरूरत नहीं और न मैं
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Mon, 10 Nov 2014 05:29 AM (IST)
आगरा, जागरण संवाददाता। 'हां, मैं जानता हूं कि अकेला समाज को नहीं बदल सकता। मगर हाथ पर हाथ धरे बैठा भी नहीं रह सकता। 'सत्यमेव जयते' मेरी कोशिश है, समाज में बदलाव की। लोगों को प्यार से समझाने की। इसके लिए मुझे राजनीति में जाकर डंडा चलाने की जरूरत नहीं और न मैं जाऊंगा। बस प्यार से समझाता रहूंगा।' टीवी कार्यक्रम 'सत्यमेव जयते' सीजन-3 के समापन के बाद दैनिक जागरण के अतिथि संपादक बने आमिर ने बातचीत में यह बात कही।
गोल गले की काली टी शर्ट और जींस में फब रहे आमिर खुशनुमा मूड में थे। उन्होंने कहा कि सामाजिक समस्याओं पर लोग बहुत गुस्सा करते हैं। एक-दूसरे पर अंगुलियां उठाते हैं। आखिर क्यों? ऐसा कर बहस तो कर सकते हैं, लेकिन समाज में बदलाव नहीं ला सकते। 'सत्यमेव जयते' में मुद्दे उठते हैं, लेकिन क्या इन पर दोबारा बात नहीं होनी चाहिए? सबको मिलकर बदलाव लाना होगा। यह अकेले सरकार के बस की बात नहीं।नजरिया बदलें, देश बदलेगाअपने संपादकीय में आमिर ने लिखा कि समाज में बदलाव आ रहे हैं। धीरे-धीरे चीजें परिवर्तित हो रही हैं। चाहता हूं कि हम स्वयं भी बदलाव की शुरुआत करें। यह बड़ा न हो तो कोई बात नहीं, पहले छोटा सा सकारात्मक परिवर्तन लाएं। घर की सब्जी और फलों के छिलके हमारे लिए कूड़ा हैं, लेकिन यही पशुओं के लिए उनके आहार का साधन हैं।
आमिर ने सराहे जागरण के सरोकारजागरण के सरोकारों के कायल नजर आए आमिर ने कहा कि समाज में जिन लोगों के साथ दूसरों तक बात पहुंचाने का सामथ्र्य और साधन हैं, उन्हें इस तरह की कोशिश करते रहना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई की जागरण आगे भी ऐसे ही अभियान जारी रखेगा। इससे पहले रविवार को आगरा में लाइव शो 'मुमकिन हैÓ करने आए बॉलीवुड अभिनेता आमिर अतिथि संपादक के रूप में दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचे। जागरण के एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट तरुण गुप्ता ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।