'दंगल' के लिए आमिर ख़ान ने नहीं मानी 'सुल्तान' की भी सलाह!
आमिर बताते हैं कि उन्होंने बचपन से सुना था कि रेस्लिंग करने से बुद्धि कम हो जाती है, जबकि यह बहुत ग़लत बात है।
By Manoj KumarEdited By: Updated: Mon, 28 Nov 2016 04:42 PM (IST)
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। 'सुल्तान' ने ना सिर्फ़ बॉक्स ऑफ़िस पर कमाई के नए रिकॉर्ड्स बनाए, बल्कि सलमान ख़ान की अदाकारी के ऐसे पहलू को सामने लेकर आई, जो अब तक किसी ने नहीं देखा था। मगर जब सुल्तान बने सलमान ने आमिर ख़ान को उनकी फ़िल्म 'दंगल' के लिए एक सलाह दी, तो आमिर ने उसे नज़रअंदाज़ कर दिया।
आमिर ख़ान अपनी फ़िल्मों में अपने किरदारों को लेकर परफेक्शन की हद तक काम करते हैं और अपने किरदार में उतरने के लिए लुक और गेटअप से लेकर फिजीकल फिटनेस तक पर कड़ी मेहनत करते हैं। 'दंगल' में रेस्लर बनने के लिए भी आमिर ने खूब मेहनत की और अपने वज़न के साथ जमकर एक्सपेरीमेंट्स किए। आमिर फ़िल्म में उम्र के डिफ़रेंट पड़ावों पर दिखाई देंगे। हर लुक के लिए उन्होंने वज़न को घटाया-बढ़ाया है। हालांकि ये सेहत के लिए नुक़सानदायक हो सकता था, लेकिन परफेक्शन के लिए आमिर ने रिस्क लिया। आमिर ने 'दंगल' में अपने किरदार के लिए सलमान की बात भी नहीं सुनी। शाह रूख़ के बारे में द अल्केमिस्ट के राइटर ने कही ये बड़ी बात सलमान ने 'सुल्तान' के एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने फ़िल्म में इसलिए 6 पैक एब्स नहीं बनाए क्योंकि पहलवान सिक्स पैक एब्स नहीं रखते। आमिर इस बात पर अपनी असहमति जताते हुए कहते हैं- ''मैं नहीं मानता। रेस्लिंग कई तरीके़ की होती है। मेट रेसलिंग में सिक्स पैक्स एब्स होते हैं रेस्लर की, जैसे कि सुनील कुमार की हैं। मैंने देखी हैं। अखाड़ा वाले रेस्लर अलग होते और उनके विशाल शरीर होते हैं, लेकिन मेट वाले अलग होते हैं। वह फिट होते हैं।''
सलमान ने स्वामी ओम को क्यों दी टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा करने की सलाह आमिर बताते हैं कि उन्होंने बचपन से सुना था कि रेस्लिंग करने से बुद्धि कम हो जाती है, जबकि यह बहुत ग़लत बात है। रेस्लर होने के लिए तो आपको शार्प होना पड़ता है। दंगल फ़िल्म के दौरान मेरी वह धारणा पूरी तरह बदली। आमिर ने बताया कि उन्होंने पहले वज़न बढ़ाकर शूटिंग की और इसके बाद वज़न कम करके शूटिंग की। 29 नवंबर को 'दंगल' की मेकिंग यूट्यूब पर उपलब्ध होगी। फ़िल्म 25 दिसम्बर को रिलीज़ होने जा रही है।