रिवाइजिंग कमेटी ने भी दिया बाबा राम रहीम को झटका
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म 'एमएसजी : द मैसेंजर ऑफ गॉड' की रिलीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सोमवार को सेंसर बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म को पुनर्विचार न्यायाधिकरण (अपीलिएट ट्रिब्यूनल) के पास भेज दिया। फिल्म देखने के बाद कमेटी ने
By rohit guptaEdited By: Updated: Tue, 13 Jan 2015 08:40 AM (IST)
अमित कर्ण, मुंबई। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म 'एमएसजी : द मैसेंजर ऑफ गॉड' की रिलीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सोमवार को सेंसर बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म को पुनर्विचार न्यायाधिकरण (अपीलिएट ट्रिब्यूनल) के पास भेज दिया। फिल्म देखने के बाद कमेटी ने सेंसर बोर्ड की आपत्तियों को वाजिब ठहराया।
पढ़ें: एमएसजी रिलीज होने से पहले ही फिल्म के सीक्वल पर भी काम शुरूगृह मंत्रालय भी सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका के चलते फिल्म की रिलीज पर रोक लगाना चाह रहा है। सूत्रों के अनुसार यदि मंत्रालय को इसी तरह के खराब इनपुट मिलते रहे तो वह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में फिल्म की रिलीज की अनुमति नहीं देगा।पढ़ें: सेंसर बोर्ड ने रोकी राम रहीम की फिल्म
सेंसर बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने निर्णय लिया कि वे फिल्म के चमत्कार व अंधविश्वास फैलाने वाले कुछ दृश्यों की काट-छांट किए बिना रिलीज की हरी झंडी नहीं दे सकते। मूल फिल्म के प्रदर्शन से अंधविश्वास व अंधभक्ति को बढ़ावा मिलेगा। अब निर्माताओं को अपीलिएट ट्रिब्यूनल के फैसले का इंतजार है। वहां से भी फिल्म की रिलीज को हरी झंडी न मिलने पर वे कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।रिवाइजिंग कमेटी की मेंबर नंदिनी सरदेसाई ने बताया कि हमने फिल्म को अपीलिएट ट्रिब्यूनल में भेज दिया है। हमें लगा कि मूल फिल्म का प्रदर्शन होता है तो कानून और व्यवस्था संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। इतना ही नहीं कमेटी को यह भी लगा कि इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंच सकती है। कमेटी के एक अन्य सदस्य के मुताबिक फिल्म में बाबा ने अपने आप को सभी का दुख हरने वाले भगवान के रूप में पेश किया है। ऐसा लगता है कि यह फिल्म नहीं बाबा का प्रचार है। साथ ही चमत्कार दिखाने वाले कुछ दृश्य उचित नहीं लगते। वे तर्क और असलियत दोनों कसौटी पर खरे नहीं उतरते।
जरूरत हो तो काट दें दृश्य: राम रहीम डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सोमवार को जयपुर में कहा कि यदि सेंसर बोर्ड को फिल्म एमएसजी के कुछ दृश्यों पर आपत्ति है, तो वह उन्हें हटाने के लिए तैयार हैं। फिल्म के निर्माता, निर्देशक और मुख्य भूमिका निभा रहे राम रहीम ने कहा कि वह फिल्म के जरिए युवाओं से जुडऩा चाहते हैं और इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। इसका मकसद ड्रग्स और कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ संदेश देना है।