Move to Jagran APP

आलिया भट्ट ने बताया, कैसा लगता है जब होता है बलात्‍कार...

फिल्‍म 'उड़ता पंजाब' में आलिया भट्ट ने एक गैंगरेप की शिकार लड़की का किरदार निभाया है। आलिया का कहना है कि फिल्‍म में भी बलात्‍कार की शिकार महिला का किरदार निभाना आसान नहीं होता।

By Tilak RajEdited By: Updated: Wed, 29 Jun 2016 08:06 AM (IST)

मुंबई। फिल्म 'उड़ता पंजाब' का जब ट्रेलर सामने आया था, तभी से आलिया भट्ट के किरदार की तारीफ शुरू हो गई थी। फिल्म रिलीज होने के बाद आलिया के पिता महेश भट्ट समेत सभी उनकी एक्टिंग की सराहना कर रहे हैं। शाहिद ने तो यहां तक कह दिया कि इस रोल के लिए आलिया को नेशनल अवार्ड मिलना चाहिए। आलिया भट्ट ने स्पॉटब्वॉय.कॉम को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि एक ऐसी लड़की का किरदार निभाना आसान नहीं था, जिसके साथ कई बार रेप होता है।

सलमान खान ने उड़ाई खिल्ली, भड़की दीपिका ने ऐसे लिया बदला

शाहिद चाहते हैं आलिया को मिले नेशनल अवार्ड

शाहिद कपूर का कहना है कि आलिया ने 'उड़ता पंजाब' के बेहतरीन काम किया है। इसके लिए आलिया को नेशनल अवार्ड मिलना चाहिए। आलिया कहती हैं, 'शाहिद तब से यह बात कह रहे हैं, जब से मैंने यह फिल्म साइन की है। फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले शाहिद ने मुझसे कहा था कि अगर मैंने इस रोल को अच्छे से किया, तो मेरा नेशनल अवार्ड पक्का है। शाहिद बहुत अच्छे इंसान हैं।'

इसे भी पढ़ें- अमिताभ बच्चन की तबीयत बिगड़ी, शूटिंग डेट्स बढ़ाईं आगे

फिल्मों को सेंसर की जरूरत नहीं

आलिया ने कहा, 'देखिए, फिल्मों को सेंसर की कोई जरूरत नहीं है। आप एक फिल्ममेकर को नहीं बता सकते कि वो अपनी फिल्म में क्या रखे और क्या डिलीज करे। फिल्ममेकर्स बहुत जिम्मेदारी के साथ फिल्में बनाते हैं।

मां ने फिल्म देखी और रो पड़ीं

आलिया ने बताया कि जब उड़ता पंजाब रिलीज हुई तो उनकी मां सोनी राजदान शहर में नहीं थीं। उनकी मां ने तीन दिन बाद ये फिल्म देखी। आलिया ने बताया कि उनकी मां फिल्म देखने के बाद सीधे उनके पास आई, उनका हाथ जोर से पकड़ा और रोने लगीं। सोनी को बेटी की फिल्म बहुत पसंद आई।

इसे भी पढ़ें- ऋषि कपूर का ये मजेदार ट्वीट देख आपकी भी छूट जाएगी हंसी

सीन ही सही आखिरकार रेप तो रेप है...

आलिया ने कहा, 'देखिए, रेप सीन के दौरान असहजता तो होती है। हालांकि हमें पता होता है कि यह सिर्फ एक सीन है और हमारे काम का हिस्सा है। ये सबकुछ असली में नहीं हो रहा है। लेकिन इसके बावजूद ऐसा करना आसान नहीं होता है। जब कोई शख्स पूरी यूनिट के सामने आपके बेहद करीब आता है, आपके हाथों को जोर से पकड़ता है और दबाने की कोशिश करता है।'